कोरोना वायरस से बचाव के लिए आरोग्य सेतु ऐप लाया गया। लेकिन तब से अब तक प्राइवेसी को लेकर इस पर सवाल उठते रहे हैं। विपक्ष के बाद आज एक एथिकल हैकर ने राहुल गांधी को सही बताते हुए इससे प्राइवेसी को खतरा बताया।
इस पर अब आरोग्य सेतु टीम की सफाई आई है। आरोग्य सेतु टीम का कहना है कि हैकर से बात कर ली गई है और ऐप में कोई सिक्यॉरिटी ईशू नहीं है। आरोग्य सेतु टीम ने तीन बिंदुओं में अपनी बात रखी है।
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1. यूजर की लोकेशन क्यों लेता है ऐप
ऐप का काम करने का तरीका यही है। यह उसकी प्राइविसी पॉलिसी में भी बताया गया है। यह फायदे के लिए है। यूजर की लोकेशन किसी और से शेयर नहीं की जाती है। यह सिर्फ रजिस्ट्रेशन के वक्त, अपने असेसमेंट के वक्त और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग डेटा भरते वक्त ली जाती है।
2. क्या किसी यूजर की पर्सनल जानकारी रिस्क पर है
इस आरोग्य सेतु ऐप की टीम कहती है कि वे लोग अपने सिस्टम को लगातार अपडेट कर रहे हैं। टीम को अबतक किसी तरह की सुरक्षा में सेंध या डेटा चोरी की जानकारी नहीं मिली है।
3. कोई सेंसेटिव डेटा नहीं होता, वही सामने आता है जो पहले से है
यह सवाल भी उठा था कि ऐप से दूसरे इलाके के कोरोना वायरस मरीजों के बारे में पता चलता है। इसपर कहा गया कि 500 मीटर से 10 किलोमीटर तक की रेंज का पता लगाया जा सकता है। जानकारी उतनी ही दी जाती है जितनी पहले से पब्लिक डोमेन में है।
उन्होंने राहुल को भी को टैग किया
इलियट एल्डरसन के नाम का यह हैकर इससे पहले भी आधार ऐप की खामियों को उजागर कर चुका है. उसने “सुरक्षा मुद्दे” की चेतावनी वाले कई ट्वीट किए थे.एल्डरसन ने यह भी लिखा: “PS राहुल गांधी सही थे.” अपने ट्वीट के साथ उन्होंने राहुल को भी को टैग किया था. एल्डरसन के पहले ट्वीट में कहा गया है- “HI आरोग्य सेतु, आपके ऐप में सुरक्षा से जुड़ा एक मुद्दा पाया गया है. 90 मिलियन भारतीयों की गोपनीयता दांव पर है क्या आप मुझसे निजी रूप से संपर्क कर सकते हैं? सादर. PS: राहुल गांधी सही थे|”
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नेशनल इन्फोर्मेटिक्स सेंटर ने उनसे संपर्क किया
इसके करीब एक घंटे बाद हैकर ने स्वीकार किया कि भारत सरकार ने उससे संपर्क साधा है. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम और नेशनल इन्फोर्मेटिक्स सेंटर ने उनसे संपर्क किया था. हैकर ने उस समय चेतावनी भरे लहजे में सरकार से कहा था कि जब तक सुरक्षा मानकों की खामियों को ठीक नहीं किया जाता, वह इन्हें सार्वजनिक करना जारी रखेंगे. उन्होंने लिखा, “90 मिलियन भारतीय (जोखिम में) के मेडिकल डेटा को डालना कोई विकल्प नहीं है. मेरे पास ज्यादा धैर्य नहीं है, इसलिए उचित समय पर इसका खुलासा करूंगा.
सिस्टम में खामियां बताने वाले फ्रांस के एथिकल हैकर
आरोग्य सेतु ऐप में डेटा सेफ्टी की चिंताओं के बीच सरकार ने बुधवार को सफाई जारी की। आरोग्य सेतु टीम ने कहा है कि किसी यूजर की निजी जानकारियां लीक होने का खतरा नहीं है। हम लगातार सिस्टम को अपग्रेड और टेस्टिंग कर रहे हैं। सरकार को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी क्योंकि, आधार सिस्टम में खामियां बताने वाले फ्रांस के एथिकल हैकर (साइबर एक्सपर्ट) इलियट एल्डर्सन ने मंगलवार को आरोग्य सेतु ऐप के लिए भीसरकार को चैलेंज किया था। सरकार ने कहा है कि हम हैकर से बात कर चुके, चिंता करने की जरूरत नहीं है।
Image Source:- nokiapoweruser.com