मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीली Coldrif कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद पीड़ितों के घरों में मातम छाया है. जिन परिवारों ने अपने मासूमों को बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया, वे (Auto sold, still death) अब टूट चुके हैं और आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
3 साल 11 महीने के उसैद के ऑटो चालक पिता यासीन ने रोते हुए बताया कि बेटे के इलाज में करीब साढ़े 3 लाख रुपये खर्च हुए. उनके पास डायलिसिस करवाने के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्हें अपना ऑटो बेचना पड़ा. इसके बावजूद वह अपने बेटे को नहीं बचा पाए.
उसैद के पिता ने कहा कि सदमे के कारण उस समय उन्हें पोस्टमार्टम (PM) कराने की सलाह किसी ने नहीं दी. हालांकि, अब वे PM नहीं चाहते. उसैद का इलाज पहले डॉ. अमन सिद्दीकी से होता था, जिन्होंने Coldrif सिरप लिखी थी.
मृतक अदनान (5 साल) के पिता अमीन भी गहरे सदमे में हैं. परासिया ब्लॉक में ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले अमीन ने बताया कि वे आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर हैं. उन्होंने लोगों से पैसे उधार मांगकर बेटे का इलाज करवाया. करीब 1 महीने तक उनकी दुकान बंद रही, क्योंकि वे नागपुर में बच्चे के इलाज के लिए थे.
Auto sold, still death – अमीन ने रोते हुए बताया कि बेटे ने आखिरी बार अपनी मां से कहा था कि “मुझे बचा लो घर ले चलो”. अदनान के पिता अमीन और दादा मजीब ने आरोपियों को माफिया बताते हुए उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की है. अमीन ने भी उस समय पोस्टमार्टम नहीं करवाया था.