बिहार की सत्ता में वापसी को बेताब आरजेडी ने अपनी यादव-मुस्लिम परस्त छवि को ही बदलने में नहीं जुटी बल्कि इमेज करेक्शन की दिशा में भी कदम बढ़ा दिया है. दिल्ली विश्वविद्यालय (RJD planted an Manoj Jha formula) को प्रोफेसर मनोज झा आरजेडी के तेज तर्रार नेता हैं, पार्टी की सियासी पहचान को नया मुकाम देने में जुटे हैं. सामाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता की प्रति अटूट प्रतिबद्धता मनोज झा की जगजाहिर है और संसद में बोलते हैं तो आरजेडी की छवि में चार चांद लगा देते हैं.
आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, बिहार की राजनीतिक परिदृश्य में सबसे ज़्यादा चर्चित चेहरा हैं. आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मनोज झा की तरह आठ प्रोफेसरों को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्ति किया है. आरजेडी ये सभी आठों प्रवक्ता देश के अलग-अलग विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं, जो पार्टी के पक्ष में मजबूती के साथ सियासी बैटिंग करते हुए नजर आएंगे.
आरजेडी ने 8 प्रोफेसर को प्रवक्ता बनाया
बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश के बीच आरजेडी ने 8 प्रोफेसरों को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है. इनमें डॉ श्याम कुमार, डॉ राज कुमार रंजन, डॉ दिनेश पाल, डॉ अनुज कुमार तरुण, डॉ राकेश रंजन, डॉ उत्पल बल्लभ, डॉ रवि शंकर और डॉ बादशाह आलम हैं. आरजेडी ने इन्हें सभी नए प्रवक्ता के बारे में जानकारी भी दी गई है, जिसमें चार प्रवक्ता दिल्ली के अलग-अलग विश्वविद्यालय से हैं तो चार प्रवक्ता पटना की यूनिवर्सिटी से बनाए गए हैं.
RJD planted an Manoj Jha formula – डॉ श्याम कुमार दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ी मल कॉलेज में राजनीति विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. डॉ राज कुमार रंजन दिल्ली यूनिवर्सिटी के शहीद भगत सिंह कॉलेज के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. रवि शंकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के बीआर आंबेडकर कॉलेज में साइकोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. डॉ बादशाह आलम को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है, जो दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर कार्यरत है.
आरजेडी की इमेज करेक्शन का दांव
मनोज झा ने आरजेडी की छवि को दिल्ली की सियासत में बेहतर बनाने की कोशिश की है. आरजेडी की छवि राष्ट्रीय राजनीति में बेहतर नहीं रही है, उसे जातिवादी पार्टी के तौर पर देखा जाता था. इसके अलावा आरजेडी को गुंडे और दबंग नेताओं की पार्टी मानी जाती थी, लेकिन मनोज झा ने उसे बदलने की पूरी कोशिश की है. इसी का नतीजा है कि लालू यादव ने मनोज झा जैसे आठ प्रोफेसरों को आरजेडी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाने का दांव चला है.


