
अरविंद केजरीवाल और मनोहर लाल
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच मुफ्त की घोषणाओं को लेकर एक्स (ट्विटर) पर जंग सोमवार को भी जारी रही। दोनों एक दूसरे को मजबूती से जवाब देते रहे। सबसे पहले मनोहर लाल ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर केजरीवाल का नाम लिए बिना तंज कसा। उसके जवाब में दिल्ली सीएम ने कहा कि जल्द ही हरियाणा को बहुत कुछ देंगे।
इस पर रविवार को मनोहर लाल ने जवाब दिया तो शाम को केजरीवाल ने मनोहर सरकार के पूर्व खेल मंत्री का मुद्दा उठा दिया। उसके बाद 20 घंटे तक जंग शांत रही। चार सितंबर की शाम को फिर से हरियाणा सीएम ने लिखा, मैं जनता के पैसों को जरूरतमंद लोगों और जनता की जरूरत के कामों में लगाता हूं।
जिसकी जितनी जरूरत होती है उसकी उतनी मदद हम करते हैं..। मैं लोगों को सुविधाएं भी देता हूं और स्वभिमान का सम्मान भी करता हूं। केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि आप ट्विटर/एक्स पर लगे रहिए, मुझे जनहित के और भी काम करने हैं।
तीन सितंबर को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को भिवानी में आना था उससे एक दिन पहले मनोहर लाल ने उनका नाम लिए बिना एक्स पर लिखा कि बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं, जो नारे लगाती हैं कि ये मुफ्त लो, वो मुफ्त लो…मुफ्त की आदत लगाने की बजाए हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि काम करने वाले व्यक्ति की आवश्यकताओं को पूरा करके उसके हुनर को निखार कर उसका विकास किया जाए। इस पर केजरीवाल ने लिखा कि साहब हम दिल्ली में मुफ्त और विश्वस्तरीय शिक्षा देते हैं।
मुफ्त और विश्वस्तरीय इलाज देते हैं। मुफ्त और 24 घंटे बिजली देते हैं पानी देते हैं। पंजाब में भी हमने ये सब काम शुरू कर दिए हैं। और जनता इन सुविधाओं से बहुत खुश है। जल्द ही हरियाणा के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।
आप को मुफ्त का खाने की आदत लगी
केजरीवाल के जवाब पर हरियाणा के सीएम मनोहर ने कहा कि आप को तो मुफ्त खाने की आदत लगी है। मुफ्त का खाया हुआ कब निकल जाए यह बात आप के मंत्रियों से बेहतन कौन समझ सकता है।
क्या वजह है पूरी भाजपा बचाने में जुटी है..: केजरीवाल
हम जनता के पैसे से जनता को मुफ्त सुविधाएं देते हैं। इससे आपको तकलीफ होना लाजमी है साहब। क्योंकि आपकी पार्टी में तो जनता का पैसा अपने खास दोस्तों पर लुटाने का चलन जो है।
और रही बात मंत्रियों की तो सुना है कि आजकल आप अपने एक मंत्री के पाप को बचाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं। आखिर क्या वजह है कि महिलाओं साथ दुर्व्यवहार करने वालों को पूरी भाजपा बचाने में जुट जाती है?