कर्नाटक में एक पंचायत अधिकारी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम में जाना भारी पड़ा है. अधिकारी को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निलंबित कर दिया गया है. यह मामला तब सामने आया है, जब राज्य की सिद्धारमैया सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर इस संगठन की गतिविधियों को बैन कर दिया है. इस कार्रवाई पर बीजेपी ने निंदा की (accused of violating rules) है और इसे कांग्रेस की विकृत और हिंदू विरोधी मानसिकता बताया है.
इसे भी पढ़ें – रहस्य: दुनिया के सबसे अमीर मंदिर में फूल कहां से आते हैं? भगवान के श्रृंगार के लिए नहीं खरीदे जाते हैं फूल
रायचूर जिले के सिरवार तालुक के पंचायत विकास अधिकारी प्रवीण कुमार केपी को शुक्रवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज (RDPR) विभाग ने आरएसएस के एक शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के बाद निलंबित कर दिया. बता दें, कुमार 12 अक्टूबर को लिंगसुगुर में आरएसएस की वर्दी पहनकर और लाठी लेकर उनके रूट मार्च में शामिल हुए थे.
इसे भी पढ़ें – नामांकन प्रक्रिया पर SC का फैसला! ‘बुर्का हटाना होगा या नहीं?’, चुनाव आयोग ने कहा- SIR के तहत वेबसाइट पर जारी होगी लिस्ट