कालकाजी भूमिहीन कैंप की संकरी गलियों के बीच बने झुग्गियों में रहने वाले 53 साल के बाल सिंह सफारी सूट पहनकर विज्ञान भवन जाने के लिए तैयार थे। वे बेहद खुश थे, क्योंकि जिस फ्लैट को पाने की बातें 1991 से सुन रहे थे, वह अब उन्हें मिलने (Own Home) जा रहा है। यह खुशी सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि यहां रहने वाली पवित्रा दास के अलावा रंगोलाल दास की भी है। अब वह झुग्गियों से निकलकर फ्लैट में जाएंगे। कुल 575 लोगों को बुधवार को फ्लैट का आवंटन किया गया है।
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दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी की जगह बने 3024 फ्लैट की चाबी उनके मालिकों को सौंपते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दशकों तक यह सोच रही कि गरीबी केवल गरीब की समस्या है, लेकिन आज देश में गरीबों की सरकार है। इसलिए वह गरीब को अपने हाल पर नहीं छोड़ सकती। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आने के पहले दिल्ली में 50 लाख से ज्यादा ऐसे लोग थे जिनके पास बैंक का खाता नहीं था। सरकार ने अभियान चलाकर दिल्ली और देश में गरीबों के बैंक खाते खुलवाए। गरीबों को सरकार की योजना का सीधा लाभ मिला है।
Own Home – प्रधानमंत्री ने कहा, रेहड़ी-पटरी, फल, सब्जी बेचने वाले, रिक्शा और ऑटो चला रहा शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिनके पास ‘भीम यूपीआई’ न हो। स्वनिधि योजना से रेहड़ी पटरी वालों को आगे बढ़ने के लिए बड़ी सहायता मुहैया कराई गई। दिल्ली में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने इसका लाभ उठाया। दिल्ली में रहने वाले गरीबों के लिए राशन कार्ड एक बड़ी समस्या थी, लेकिन सरकार ने ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ की व्यवस्था कर एक बड़ी चिंता से मुक्ति दिलाई।
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कांग्रेस ने कालकाजी में गरीबों के लिए बनाए गए फ्लैटों के उद्घाटन को लेकर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि झुग्गी पुनर्वास परियोजना के हिस्से के रूप में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 3024 फ्लैटों के निर्माण में पूरे छह साल की देरी और 68 प्रतिशत लागत की वृद्धि हुई है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने 18 सितंबर 2013 में इस योजना का उद्घाटन किया था।