• अब जल्द ही जांच एजेंसियों को मिलेंगे स्थाई मुखिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के तीन आईपीएस अफसरों को पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रोन्नत किया जा चुका है। इसी के साथ प्रोन्नति के बाद जल्द ही जांच एजेंसियों को स्थाई मुखिया मिल सकते हैं। साथ ही एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत को भी डीजीपी पद पर प्रोन्नत करने का आदेश दिया गया है।

पुलिस विभाग में एडीजी और डीजीपी स्तर के अफसरों की तैनाती में जल्द ही बदलाव हो सकते हैं। बता दें कि बीते गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है कि एसआईटी में तैनात एडीजी रेणुका मिश्रा और एडीजी लॉजिस्टिक्स बिजय कुमार मौर्या को डीजीपी पद पर प्रोन्नत किए जाएंगे। वही यह भी आदेश दिया गया है कि डीजीपी यूपी पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड कमल सक्सेना की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लेने के बाद रिक्त हुए पद पर एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत को डीजीपी पद पर प्रोन्नत किया जाए।

साथ ही वर्ष 1989 बैच के डीजीपी रैंक के आईपीएस पीवी रामाशास्त्री जो कि उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक पद पर तैनात रहे हैं उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। जिसके चलते निदेशक का पद खाली हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस पद पर जल्द ही नई तैनाती की जाएगी।

आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा के डीजीपी का पदभार भी डॉ. आरके विश्वकर्मा संभाल रहे हैं। जो कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अतिरिक्त रूप से अध्यक्ष हैं। वही पुलिस के जो विशेष जांच दल हैं। उनमें भी स्थाई तौर पर डीजीपी रैंक के आईपीएस की तैनाती की जाएंगी।

Exit mobile version