उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष (Opposition Leader) की जिम्मेवारी संभालते ही यशपाल आर्य एक्शन मोड में आ गए हैं। ज्वाइनिंग के तत्काल बाद आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और विधायको के साथ राजभवन पहुंचे।और उन्होंने राज्यपाल से हरिद्वार में हनुमान जयंती पर उपजे असंतोष पर उचित कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।विधान सभा में मीडिया कर्मियों से बातचीत में आर्य ने दो टूक अंदाज में कहा कि कांग्रेस सकारात्मक विपक्ष की भूमिका अदा करेगी। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि सरकार की हर बात का समर्थन किया जाएगा। राज्यहित और आमजन के हित के मामलों में कांग्रेस सड़क से सदन तक सरकार को घेरने का काम करेगी। सरकारबको चैन से न बैठने दिया जाएगा।
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Opposition Leader – आर्य ने कहा कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी रोक लगाने के लिए लोकायुक्त नितांत जरूरी है। कांग्रेस सरकार में लोकायुक्त के गठन की पूरी तैयारी की जा चुकी थी। वर्तमान सरकार लोकायुक्त को दबाकर बैठी है। कांग्रेस लोकायुक्त के गठन के लिए सरकार पर दबाव बनाएगी। इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारियों के आरक्षण बिल को लेकर भी कांग्रेस मुहिम छेड़ेगी।पहले प्रदेश अध्यक्ष और अब नेता प्रतिपक्ष के कार्यभार ग्रहण से भी पार्टी के आधे विधायक गायब रहे। विधायकों की नाराजगी पर मीडिया के सवालों से कुछ असहज दिखाई दिए।
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उन्होंने कहा कि विधायको की नाराजगी जैसी बात नहीं है। विधायक उनके संपर्क में हैं। प्रीतम सिंह के क्षेत्र में एक सड़क हादसा हुआ है।इसलिए वे वही पर हैं। कुछ और विधायक भी आवश्यक कार्य से अलग अलग क्षेत्र में हैं। इसलिए वे न आ पाए। बकौल आर्य, हाईकमान में मुझे अहम जिम्मेदारी दी है। यह मेरी जिम्मेदारी है कि सभी को साथ लेकर चलूंगा। रही बात गुटबाजी की तो कांग्रेस में अब कोई गुटबाजी नहीं है। सब एक हैं।