राजा रघुवंशी हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने के लिए मेघालय पुलिस ने इंदौर में अपनी छानबीन का दायरा बढ़ाया. तब उन्हें एक चौंकाने वाली जानकारी मिली कि सोनम संजय वर्मा नाम के शख्स से बात करती थी. उसकी संजय वर्मा से 21 दिन में 232 बार बात हुई थी. पुलिस संजय वर्मा का भी पता लगाने में जुटी थी. लेकिन रात होते (now who is this Bittu) होते यह सामने आया कि असल में वह शख्स राज ही था.

दरअसल, राजा रघुवंशी हत्याकांड में संजय वर्मा का नाम आने के बाद पूरे मामले में नया मोड़ आ गया था. इससे सवाल उठने लगे थे कि इस मर्डर केस में यह संजय वर्मा नाम का कौन शख्स आ गया. बुधवार को केस में संजय वर्मा नाम के शख्स की एंट्री खूब चर्चा में रही. पुलिस भी इस बारे में छानबीन जारी रखी थी. बुधवार रात को पुलिस सूत्रों ने बताया कि असल में राज ने ही संजय वर्मा नाम से एक फर्जी सिम ली थी.

राज जिस मोबाइल नंबर से वह सोनम से बातचीत जारी रखे था वह सिम फेक थी और उसे संजय वर्मा के नाम से लिया गया था. इस तरह सामने आया कि संजय वर्मा असल में राज ही था. जबकि, राजा की दोस्त की मानें तो सोनम शादी से पहले राजा को वक्त नहीं देती थी. वो उससे सिर्फ दिन में 10 मिनट ही बामुश्किल बात करती थी. दरअसल, राजा हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने इंदौर आई मेघालय पुलिस ने बुधवार को सोनम और उसके बॉयफ्रेंड राज कुशवाह के घर पहुंची और परिजनों के बयान लिए.

now who is this Bittu – पुलिस ने बताया, 21 दिनों में सोनम के नंबर पर संजय के नंबर से 232 बार कॉल किए गए थे. सोनम ने इस नंबर को ‘सोनम बिट्टू’ नाम से सेव किया था. पुलिस ने जब ट्रू कॉलर पर नंबर देखा तो पता चला ये संजय वर्मा नाम से है. लेकिन बाद में राज की पोल खुल गई. ये राज ही था जिसने संजय नाम से सिम खरीदी थी.

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