बिहार का शिक्षा विभाग अक्सर सुर्खियों में रहता है. अब शिक्षा विभाग ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसके कारण अधिकारियों की फजीहत हो रही है. दरअसल, यहां एक मृत शिक्षिका को भी ट्रेनिंग (lady teacher’s ghost will give training) लेने का फरमान जारी कर दिया गया है. यह अजब कारनामा हुआ है मोतिहारी जिले में.
जानकारी के मुताबिक, यहां छतौनी स्थित डायट में शिक्षा विभाग के द्वारा प्रस्तावित शिक्षकों के लिए एफएलएन तथा आईसीटी प्रशिक्षण में मृत शिक्षिका का नाम जारी कर दिया. राज्य शिक्षा,शोध एवं प्रशिक्षण के निदेशक द्वारा ई-शिक्षा पोर्टलपर अपलोड किये गये सतत् विकास योजना के तहत कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण 17 से 21 मार्च तक आयोजित किया गया है. इसके लिए विभिन्न विद्यालयों के 250 शिक्षकों का चयन किया गया है.
lady teacher’s ghost will give training – इन शिक्षकों में क्रमांक 22 पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवानपुर कोटवा में पदस्थापित रानी कुमारी जिनका शिक्षक कोड 220602101606 का नाम शामिल है,जिनकी मृत्युपिछले दिसम्बर में ही हो चुकी है. परिजनों ने बताया कि रानी कुमारी की असामयिक मृत्यु की सूचना विभागीय अधिकारियों को समय पर दे दी गई थी.
नालंदा का गजब मामला
एक सप्ताह पहले नालंदा में फिजिकल एजुकेशन के टीचर को बिहार बोर्ड की और से पूर्व में आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में साइंस के पेपर की मूल्यांकन के लिए नियुक्त कर दिया था. जानकारी के मुताबिक, एकंगरसराय स्थित डीन प्लस टू स्कूल चम्हेडी के पीटी यानि शारीरिक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को साइंस की कॉपी चेक करने के लिए बोर्ड के द्वारा नियुक्ति पत्र थमा दिया गया. हालांकि शिक्षक ने पदभार ग्रहण नहीं किया और निर्धारित मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचकर केंद्राधीक्षक को अपनी अस्वीकृति भी जाहिर कर दी.