उत्तरप्रदेश में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान जल्द होने वाला है। इस बीच बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नई दिल्ली (Keshav Prasad Murya In Delhi) में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद लखनऊ के राजनीतिक गलियारों में अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं।कुछ समय पहले तक केशव मौर्य का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रहे नामों में सबसे आगे था। हालांकि इधर पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा था कि बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण या दलित वर्ग से हो सकता है।
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ब्राह्मण और दलित समाज से भी कुछ नाम इस रेस में चलाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा चर्चा में जिन ब्राह्मण नेताओं का नाम है उनमें हरीश द्विवेदी, योगेंद्र उपाध्याय, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, सांसद सुब्रत पाठक का नाम शामिल है।वहीं दलित वर्ग से सांसद रमाशंकर कठेरिया और विनोद सोनकर के नाम भी समय समय पर चलते रहे हैं। हालांकि जानकारों का मानना है कि भाजपा पूर्व के कई फैसलों की तरह इस बार प्रदेश अध्यक्ष के चयन में भी चौंकाने का काम करेगी। संभव है कोई ऐसा नाम आए जो कहीं चर्चा में भी न रहा हो।
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Keshav Prasad Murya In Delhi – इस बीच केशव मौर्य की दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को लेकर लखनऊ में अटकलें तेज हो गई हैं। वैसे सांगठनिक क्षमता के मामले में पार्टी आलाकमान को पहले भी केशव प्रसाद मौर्य पर भरोसा रहा है। वह इस पर खरा भी उतर चुके हैं। कार्यकर्ताओं पर उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है। दूसरे पिछड़ा वर्ग में भी उनका अच्छा खास प्रभाव बताया जाता है। स्वतंत्र देव सिंह ने जुलाई के अंत में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। स्वतंत्र देव को 2019 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। उनका कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हुआ था।