
युवक का शव
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अमेरिका में करीब दस दिन पहले दुकान के अंदर बंदूक की जांच करते समय गोली लगने से करनाल के असंध के युवक की हुई मौत के बाद शुक्रवार को शव स्वदेश पहुंचा। पैतृक गांव में युवक के शव का परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। बेटे की मौत के बाद परिवार दुखों का पहाड़ टूटा है। क्योंकि वह कर्ज चुकाने के लिए डॉन्की के रास्ते विदेश गया था।
युवक अलवामा में दुकानदार के पास नौकरी करने लगा
करीब दस माह पहले राहडा का युवक पंकज राणा परिवार के सपने पूरे करने लिए अमेरिका के लिए रवाना हुआ। रास्ते में तमाम यातनाएं हुई, मगर अमेरिका पहुंचकर मां-बाप के सपनों को पूरा करना था। परिवार पर जो कर्ज था उसको भी चुकाने की जिम्मेदारी थी। चार माह बाद युवक अमेरिका पहुंच गया और अलवामा में दुकानदार के पास नौकरी करने लगा। करीब छह माह से युवक दुकान पर नौकरी कर रहा था। दो दिन पहले युवक दुकान के अंदर बैठकर बंदूक को चेक कर रहा था।
इसी दौरान ट्रि्ंगर दबने से गोली चल गई। युवक की गोली लगने से मौत हो गई। दस दिनों से शव को पैतृक गांव असंध लाने के लिए परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारी और सरकार से भी गुहार लगाई थी। अमेरिका अम्बेसी में भी परिजनों ने बेटे के शव को घर लाने की मदद भी मांगी। जिसके करीब दस दिन बाद शुक्रवार को युवक का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा। शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो सन्नाटा छा गया। हर किसी की आंखे गमगीन दिखाई दी। नम आंखों के बीच गांव में ही युवक के शव का अंतिम संस्कार किया गया।