History of 4 March 4 मार्च को भारत में सबसे पहले एशियाई खेलों का आयोजन हुआ था, 1951 में 4 से 11 मार्च के बीच नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन किया गया था|इन खेलों में 11 एशियाई देशों के कुल 489 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया|
History of 4 March
1951 में 4 से 11 मार्च के बीच नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन किया गया था|History of 4 March के इन खेलों में 11 एशियाई देशों के कुल 489 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया | खेलों का आयोजन 1950 में किया जाने वाला था, लेकिन तैयारियों के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने के कारण आयोजन का वर्ष 1951 कर दिया गया|
History of 4 March का दिन भारत में पहले एशियाई खेलों के आयोजन से जुड़ा है, 1951 में 4 से 11 मार्च के बीच नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन किया गया था| इन खेलों में 11 एशियाई देशों के कुल 489 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया|खेलों का आयोजन 1950 में किया जाने वाला था, लेकिन तैयारियों के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने के कारण आयोजन का वर्ष 1951 कर दिया गया|
History of 4 March के पहले एशियाई खेलों में आठ खेलों की कुल 57 स्पर्धाओं को शामिल किया गया|जापान के खिलाड़ियों ने ज्यादातर स्वर्ण पदकों पर कब्जा किया और 24 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 60 पदक हासिल किए|मेजबान देश भारत ने 15 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 51 पदक जीतकर पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया|
जानिये History of 4 March की महत्त्वपूर्ण जानकारी…..
मनीला- 1954
दूसरे एशियाई खेल फ़िलीपीन्स की राजधानी मनीला में एक से नौ मई 1954 के बीच आयोजित हुए, इन खेलों के उदघाटन की घोषणा राष्ट्रपति रैमन मैगसायसाय ने की थी और ये रिज़ाल मेमोरियल स्टेडियम में आयोजित हुए|
टोकियो- 1958
तीसरे एशियाई खेलों का आयोजन जापान की राजधानी टोकियो में हुआ | 24 मई से एक जून 1958 के बीच ये आयोजन हुआ, जिसमें 20 देशों के 1820 एथलीट्स ने 13 स्पर्द्धाओं में हिस्सा लिया|पिछली बार के मुक़ाबले इस बार पाँच स्पर्द्धाएँ ज़्यादा थीं|एशियाई खेलों में पहली बार मशाल की परंपरा भी शुरू की गई|
जकार्ता- 1962
चौथे एशियाई खेल 24 अगस्त से चार सितंबर 1962 के बीच इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित हुए,इसराइल और ताइवान के एथलीट्स इन खेलों में हिस्सा नहीं ले सके | अरब देशों और चीन के दबाव के चलते इंडोनेशिया सरकार ने इसराइली और ताइवानी प्रतिनिधियों को वीज़ा देने से इनकार कर दिया |
ऐसा उसने एशियाई खेल महासंघ के नियमों के विरुद्ध किया, हालाँकि उसे सभी सदस्य देशों को आमंत्रित करना था| 16 देशों के 1460 एथलीट्स ने एशियाड में हिस्सा लिया और बैडमिंटन इन खेलों में शामिल किया गया|राष्ट्रपति सुकर्णो ने आधिकारिक तौर पर इन खेलों के उदघाटन की घोषणा की|
बैंकॉक- 1966
पाँचवें एशियाई खेल नौ से 20 दिसंबर 1966 के बीच थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित हुए | ताइवान और इसराइल की खेलों में वापसी हुई| कुल 18 देशों के ढाई हज़ार एथलीट और अधिकारी इन खेलों में शामिल हुए|
महिलाओं के वॉलीबॉल को इन खेलों में शामिल किया गया|थाईलैंड के महाराज भूमिबोल अदुल्यदेज ने इन खेलों का उदघाटन किया था|
बैंकॉक- 1970
छठे एशियाई खेल 24 अगस्त से चार सितंबर 1970 के बीच बैंकॉक में ही आयोजित हुए|शुरुआती योजना के मुताबिक़ दक्षिण कोरिया के सोल को इसका आयोजन करना था मगर उत्तर कोरिया से सुरक्षा को धमकी को देखते हुए उसने दावेदारी छोड़ दी|
थाईलैंड ने आगे बढ़कर इन खेलों का आयोजन करना स्वीकार किया और दक्षिण कोरिया के धन का इस्तेमाल करते हुए ये आयोजन किया| 18 देशों के 2400 एथलीट्स और अधिकारी इन खेलों में शामिल हुए | यॉटिंग पहली बार इन खेलों में शामिल हुआ और एक बार फिर भूमिबोल अदुल्यदेज ने खेलों का उदघाटन किया|
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तेहरान- 1974
सातवें एशियाई खेल एक से 16 सितंबर 1974 के बीच ईरान की राजधानी तेहरान में आयोजित किए गए थे|इन खेलों के लिए आज़ादी खेल परिसर बनवाया गया था और पहली बार मध्य पूर्व के किसी देश ने इसका आयोजन किया|
तेहरान में हुए इस आयोजन में 25 देशों के 3010 एथलीट शामिल हुए जो कि खेलों की शुरुआत से लेकर तब तक का सबसे बड़ा आयोजन साबित हुआ|
तलवारबाज़ी, जिम्नास्टिक्स और महिलाओं का बास्केटबॉल इन खेलों में शामिल हुआ|फ़लस्तीन से ख़तरों को देखते हुए सुरक्षा की ज़बरदस्त व्यवस्था की गई थी|
मगर ये खेल राजनीति का भी शिकार हुए क्योंकि अरब मूल के देशों, पाकिस्तान, चीन और उत्तर कोरिया ने इसराइल के विरुद्ध टेनिस, तलवारबाज़ी, बास्केटबॉल और फ़ुटबॉल के मुक़ाबलों में उतरने से इनकार कर दिया|
बैंकॉक- 1978
आठवें एशियाई खेल नौ से 20 दिसंबर 1978 के बीच बैंकॉक में ही आयोजित हुए,बांग्लादेश और भारत के साथ तनाव के बाद पाकिस्तान ने एशियाई खेलों के आयोजन की योजना छोड़ दी|सिंगापुर ने वित्तीय कारणों से खेलों का आयोजन करने से मना कर दिया| इसके बाद एक बार फिर थाईलैंड ने मदद की पेशकश की और खेल बैंकॉक में आयोजित हुए|
राजनीतिक कारणों से इसराइल को खेलों से बाहर कर दिया गया| 25 देशों के 3842 एथलीट इसमें शामिल हुए और तीरंदाज़ी के साथ ही बोलिंग को खेलों में शामिल किया गया|
नई दिल्ली- 1982
नौवें एशियाई खेल 19 नवंबर से चार दिसंबर 1982 के बीच नई दिल्ली में आयोजित हुए, पहले खेलों के बाद दूसरी बार दिल्ली ने ये खेल आयोजित किए|
ये एशियाई खेल एशियाई ओलंपिक परिषद के नेतृत्त्व में हुए, एशियाई खेल महासंघ को भंग करके ही एशियाई ओलंपिक परिषद का गठन हुआ| 33 देशों के 3411 एथलीट खेलों में शामिल हुए, घुड़सवारी, गोल्फ़, हैंडबॉल, नौकायन और महिलाओं की हॉकी इन खेलों में शामिल हुआ|
इससे पहले के खेलों में जापान सर्वाधिक पदक जीतने वाला देश था मगर इन खेलों में पहली बार चीन ने जापान की जगह ले ली और उसके बाद से उसे कोई हटा नहीं सका है|इन खेलों की तैयारी में भारत में बड़े पैमाने पर रंगीन टेलिविज़न का प्रसार हुआ|इन खेलों का शुभंकर अप्पू नाम का हाथी था|राष्ट्रपति ज़ैल सिंह ने खेलों का उदघाटन किया, पीटी ऊषा ने खिलाड़ियों की ओर से शपथ ली और ये खेल जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित किए गए थे|
सोल- 1986
दसवें एशियाई खेल 20 सितंबर से पाँच अक्तूबर 1986 के बीच दक्षिण कोरिया के सोल में आयोजित किए गए|
इन खेलों में 27 देशों के 4839 एथलीट्स शामिल हुए और कुल 25 स्पर्धाओं में पदक बाँटे गए, जूडो, ताइक्वांडो, महिलाओं की साइक्लिंग और महिलाओं की निशानेबाज़ी को इन खेलों में शामिल किया गया|
इन खेलों में 83 एशियाई रिकॉर्ड और तीन विश्व रिकॉर्ड टूटे, पीटी ऊषा इन खेलों की स्टार एथलीट थी जिन्होंने चार स्वर्ण और एक रजत पदक जीता|दक्षिण कोरिया ने जापान को हटाकर पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल कर लिया|
बीजिंग- 1990
ग्यारहवें एशियाई खेलों का आयोजन 22 सितंबर से सात अक्तूबर 1990 के बीच चीन के बीजिंग में हुआ|
चीन में बड़े पैमाने पर आयोजित हुआ ये पहला खेल आयोजन था, 37 देशों के कुल 6122 एथलीट उनमें शामिल हुए और 29 स्पर्द्धाएँ आयोजित हुईं|इन खेलों में सॉफ़्टबॉल, सेपक टाकरॉ, वुशु, कबड्डी और कनूइंग पहली बार शामिल किए गए|
कुवैत पर इराक़ी हमले में एशियाई ओलंपिक परिषद के प्रमुख शेख़ फ़हद अल-सबा भी मारे गए थे और ग्यारहवें एशियाड में यही चर्चा का बड़ा विषय था|इन खेलों में सात विश्व रिकॉर्ड और 89 एशियाई रिकॉर्ड टूटे|कोरोना की गति थमने का नाम ही नहीं ले रही, देशों के कोरोना से निपटने के अनोखे उपाय
हिरोशिमा- 1994
बारहवें एशियाई खेल दो से 16 अक्तूबर 1994 के बीच जापान के हिरोशिमा में आयोजित हुए|इन खेलों का मुख्य संदेश एशियाई देशों में शांति और सौहार्द को बढ़ाना था|इस पर ख़ासा ज़ोर दिया गया क्योंकि 1945 में इस जगह पर पहला परमाणु बम गिराया गया था|पूर्व सोवियत संघ से स्वतंत्र हुए कज़ाख़स्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़बेकिस्तान को इन खेलों में शामिल किया गया|
ये पहले एशियाई खेल थे जो किसी देश की राजधानी में आयोजित नहीं हुए थे, पहले खाड़ी युद्ध के बाद इराक़ को खेलों से निलंबित रखा गया था|42 देशों के 6828 एथलीट ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और कुल 34 स्पर्द्धाएँ आयोजित हुईं|बेसबॉल, कराटे और आधुनिक पेंटाथलन इन खेलों में शामिल हुए|
बैंकॉक- 1998
तेरहवें एशियाई खेल छह से 20 दिसंबर 1998 के बीच बैंकॉक में आयोजित हुए|इन खेलों में कुल 41 देशों ने हिस्सा लिया|बैंकॉक ने इस तरह चौथी बार एशियाई खेलों का आयोजन किया|इससे पहले 1966 में ये खेल बैंकॉक को दिए गए थे जबकि 1970 और 1978 में उसे दूसरे देशों के आयोजन नहीं कर पाने की वजह से ये आयोजन करना पड़ा था. एक बार फिर थाईलैंड के नरेश भूमिबोल अदुल्यदेज ने इन खेलों का उदघाटन किया|
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बुसान- 2002
चौदहवें एशियाई खेलों का आयोजन 29 सितंबर से 14 अक्तूबर 2002 के बीच दक्षिण कोरिया के बुसान में हुआ|44 देशों के 6572 एथलीट्स ने इन खेलों में हिस्सा लिया| 38 खेलों में मुक़ाबले हुए जबकि 18 हज़ार पत्रकार, अधिकारी और एथलीट इसमें शामिल हुए |खेलों के इतिहास में पहली बार एशियाई ओलंपिक परिषद के सभी 44 सदस्य देश शामिल हुए, इनमें उत्तर कोरिया और अफ़ग़ानिस्तान भी शामिल हुए|
क़तर- 2006
15वें एशियाई खेल क़तर के दोहा में एक से 15 दिसंबर 2006 के बीच आयोजित हुए |मध्य पूर्व क्षेत्र से दोहा दूसरा शहर बना जिसने एशियाड का आयोजन किया था|उससे पहले 1974 में तेहरान इन खेलों का आयोजन कर चुका था | 29 खेलों की 46 स्पर्द्धाएँ आयोजित हुई|
परिषद के सभी 45 देशों ने इन खेलों में हिस्सा लिया|खेलों के दौरान ही दक्षिण कोरियाई घुड़सवार किम ह्युंग चिल की मौत हो गई और उसकी खेलों के दौरान काफ़ी चर्चा रही थी|