
नए डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने संभाला कार्यभार।
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तमाम लॉबिंग और दांव पेंचों को तोड़ते हुए 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर हरियाणा के नए डीजीपी बन गए हैं। पैनल में सबसे कनिष्ठ होते हुए भी कपूर अपने वरिष्ठ 1989 बैच के मोहम्मद अकील और डॉ. आरसी मिश्रा पर भारी पड़े। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पसंद कपूर की डीजीपी के तौर पर नियुक्ति को लेकर प्रदेश के गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने बुधवार को आदेश जारी किए। कपूर ने पीके अग्रवाल के स्थान पर अपना कार्यभार भी संभाल लिया।
हालांकि, हरियाणा में पिछली बार वरिष्ठता के आधार पर ही डीजीपी के तौर पर पीके अग्रवाल की नियुक्ति हुई थी लेकिन इस बार शत्रुजीत कपूर का डीजीपी बनना पहले ही तय माना जा रहा था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नजदीकी और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के चलते कपूर अपने से वरिष्ठ 1989 बैच के आईपीएस मोहम्मद अकील और डॉ. आरसी मिश्रा पर भारी पड़े। कपूर का कार्यकाल दो साल का रहेगा, जबकि वह 31 अक्तूबर, 2026 को सेवानिवृत्त होंगे।
30 जून को डीजीपी पीके अग्रवाल की सेवा अवधि पूरी हो गई थी और उन्हें 15 अगस्त तक सेवा दिया गया। 11 जुलाई को हरियाणा सरकार ने तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजा। डीजीपी के चयन को लेकर केंद्रीय लोक सेवा आयोग की बैठक 10 अगस्त को दिल्ली में हुई थी। इसमें हरियाणा की ओर से मुख्य सचिव संजीव कौशल और निवर्तमान डीजीपी पीके अग्रवाल शामिल हुए थे। उसी रात को यूपीएससी ने 9 आईपीएस अधिकारियों में से तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का चयन कर तीन का पैनल तैयार किया था।