
अभय चौटाला।
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पिछले विधानसभा सत्र से चल रही इनेलो विधायक अभय चौटाला व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के बीच में तल्खी इस बार भी कम नहीं हुई। दोनों में खूब बहस हुई और अंत में अभय चौटाला यह कहकर वाॅकआउट कर गए कि आपको मेरे खड़ा होने से ही परेशानी हो जाती है।
पहले अभय चौटाला की डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा से गर्मागर्मी हुई। जब अभय चौटाला बोलने लगे तो विधानसभा के कर्मचारी उनके कान में कुछ कहने लगे। इस पर अभय चौटाला ने कहा कि सदन आप चला रहे हों या ये कर्मचारी। आप ऐसा नहीं कर सकते। दरअसल अभय चौटाला इस बात पर अड़े थे कि वे जो सवाल पूछेंगे, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में डिप्टी सीएम उसका जवाब दें।
जबकि डिप्टी स्पीकर उन्हें केवल सवाल पूछने की बात कह रहे थे। जब डिप्टी सीएम जवाब दे रहे थे तब तक डिप्टी स्पीकर उठकर चले गए और स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता सीट पर आ गए। डिप्टी सीएम के जवाब देते हुए बीच में ही अभय के बोलने पर स्पीकर ने टोका।
इस पर अभय ने कहा कि मैंने आपको ईमेल किया है। आपका चिट्ठा खोलकर दिखाउंगा। इस पर डिप्टी स्पीकर ने कहा कि आपकी मेल का जवाब दिया जाएगा, आप बैठ जाइए। इस पर अभय चौटाला यह कहते हुए निकल गए आप बैठें हैं तो मैं वॉकआउट कर रहा हूं।
अभय चौटाला के खिलाफ विशेषाधिकार हनन मामले की जांच अगले सत्र तक बढ़ी-पिछले विधानसभा सत्र में अभय चौटाला द्वारा डिप्टी सीएम को लेकर दिए गए बयान पर गठित विशेषाधिकार हनन मामले की जांच समिति ने समय बढ़ाने की मांग की। विधायक नरेंद्र गुप्ता के प्रस्ताव पर जांच रिपोर्ट देने के लिए अगले सत्र की पहली बैठक तक का समय निश्चित कर दिया।
जब दादा आए पोते के बचाव में
जब डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जवाब दे रहे थे तो अभय चौटाला ने उनके जवाब को झूठा करार दिया। इस पर बिजली मंत्री रणजीत चौटाला खड़े हुए और डिप्टी सीएम का बचाव किया।