
गुरविंद्र सिंह धमीजा। महंत करमजीत सिंह।
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पिछले करीब 20 दिन से गहराए विवाद के बीच हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की एडहॉक कमेटी के प्रधान महंत करमजीत सिंह व महासचिव गुरविंद्र सिंह धमीजा ने त्याग पत्र दे दिया है। दोनों ने ही अपने त्यागपत्र गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को सौंप दिया है।
सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को दोनों ही पदाधिकारियों द्वारा त्यागपत्र दिए जाने की पुष्टि की है। इस संबंध में गुरविंद्र सिंह धमीजा का कहना है कि उन्होंने अपना त्यागपत्र 30 अगस्त को ही सौंप दिया था, ताकि श्री अकाल तख्त द्वारा विवाद को लेकर कराई जा रही जांच सही तरीके से हो सके।
विदित हो कि दोनों के बीच गत 14 अगस्त को अंबाला के श्री पंजोखरा साहिब गुरुद्वारे में कार्यकारिणी बैठक के दौरान विवाद बढ़ गया था। दोनों और से तीखी बहस हुई तो वहीं एक-दूसरे पर गंभीर आरोप भी लगाए गए थे। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष रहे बलजीत सिंह दादूवाल पर भी प्रधान करमजीत सिंह की ओर से 98 लाख रुपये की गड़बड़ी के आरोप लगाए गए थे।
हालांकि दादूवाल ने महंत करमजीत के आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। उधर, रविवार को जैसे ही महंत करमजीत सिंह और गुरविंद्र सिंह धमीजा द्वारा त्यागपत्र दिए जाने की सूचना आई तो पूरे सिख समाज में नए प्रधान को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई। वहीं महंत करमजीत सिंह के प्रतिनिधि हरप्रीत सिंह का कहना है कि उन्हें इस्तीफ के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
21 दिसंबर को प्रधान बने थे महंत करमजीत
पिछले वर्ष कड़ी रस्साकशी के बाद 21 दिसंबर को एचएसजीपीसी एडहॉक की कार्यकारिणी प्रदेश सरकार की पहल पर बन पाई थी। इसमें महंत करमजीत सिंह को प्रधान बनाया गया था, हालांकि निर्णय के बाद ही बलजीत सिंह दादूवाल ने इसका विरोध किया था, जो समय के साथ ही बढ़ता गया।