आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले के सांगीवलासा हैरान करने वाली खबर सामने आई. एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने एक महिला का इलाज करने के दौरान उसकी जान ले ली. चिकित्सा लापरवाही के (died after high dose anesthesia) कारण मौत होने से स्थानीय लोग आक्रोशित थे.

जानकारी के मुताबिक, फर्जी डॉक्टरों का घोटाला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. वे इसलिए हार मान रहे हैं क्योंकि वे छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का भी इलाज नहीं कर सकते. हाल ही में एक फर्जी डॉक्टर ने सर्जरी के नाम पर एक महिला की जान ले ली. महिला टूटे हाथ के साथ अस्पताल पहुंची थी.

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विशाखापत्तनम जिले के तगारपुवलसा के पास जीरूपेटा गांव में रहने वाली महिला एरामसेट्टी रेवती (22) मूल रूप से अनाकापल्ले जिले के रोलुगुंटा मंडल के कोव्वुर गांव की रहने वाली थी. उनके पति जनार्दन चिप्पडा डिविस कंपनी में काम करते हैं. उनका एक बेटा चार साल और दूसरा नौ महीने का है.

 died after high dose anesthesia – रेवती 6 मई को अपने घर के बाथरूम में फिसलकर गिर गईं. इससे उनका दाहिना हाथ टूट गया. उसके रिश्तेदारों ने तुरंत उसे सांगीवालासा एनआरआई (एएनएच) अस्पताल में भर्ती कराया. जब डॉक्टरों ने उन्हें ऑपरेशन कराने को कहा तो उन्होंने कहा कि उनके पास इसके लिए आवश्यक बीमा कवरेज है. हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि वे संबंधित अनुमति मिलने के बाद ही ऑपरेशन करेंगे. परमिट 8 मई की शाम को प्राप्त हुए. इसके साथ ही डॉक्टरों ने 9 मई की सुबह सर्जरी करने की व्यवस्था की. दर्द कम करने के लिए उसे एनेस्थेटिक दिया गया, लेकिन खुराक बहुत अधिक थी और वह कोमा में चली गई.

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