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फतेहाबाद शहर के योग नगर निवासी एक व्यक्ति ने मंत्रियों के साथ जान-पहचान होने का हवाला देकर सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर सात लोगों से करीब 33 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ितों में छह गांव नहला और एक व्यक्ति हिसार के गांव किरोड़ी का निवासी है। मामला वर्ष 2021 का है।
शहर पुलिस ने इस मामले में गांव नहला निवासी मदन पाल की शिकायत पर आरोपी योग नगर निवासी यशपाल अटवाल के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है।पुलिस को दी शिकायत में गांव नहला निवासी गुरमीत सिंह ने बताया कि उसने अपनी पत्नी पूजा को स्टाफ नर्स लगाने के लिए वर्ष 2021 में आवेदन किया था।
इस दौरान आरोपी से जान पहचान हुई और कहा कि वह नौकरी लगवा देगा। इसके लिए नौ लाख रुपये देने होंगे। पांच लाख रुपये एडवांस और चार लाख रुपये बाद में देने की बात तय हुई। लेकिन जब भर्ती का परिणाम आया तो उसमें उसकी पत्नी का नाम नहीं था। कई बार मांगने के बाद भी आरोपी ने अभी तक पांच लाख रुपये नहीं दिए।
वहीं गांव नहला निवासी गीता देवी ने आरोप लगाया कि उसे ग्रुप डी में प्रतीक्षा सूची में नौकरी लगवाने को लेकर आरोपी ने आश्वासन दिया। छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ, आरोपी ने तीन लाख रुपये एडवांस में ले लिए। लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगवाई और न ही रुपये दे रहा है।
गांव नहला निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि वह बेरोजगार है और आरोपी ने उससे ग्रुप डी में नौकरी लगवाने के लिए छह लाख रुपये मांगे और तीन लाख रुपये एडवांस ले लिए। लेकिन न तो नौकरी लगवाई और न ही रुपये लौटाया। गांव नहला के रणधीर सिंह से भी ग्रुप डी में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लाख रुपये ठग लिए।
पुलिस शिकायत में गांव नहला निवासी मदन सिंह ने बताया कि उसकी बेटी ने पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर की नौकरी के लिए आवेदन किया था। आरोपी ने उससे नौकरी दिलवाने के नाम पर 15 लाख रुपये मांगे और सात लाख रुपये एडवांस में ले लिए। लेकिन न ही उसकी नौकरी लगी और न ही रुपये वापस दिए।
गांव नहला निवासी रिंपी ने भी पुलिस को शिकायत दी है कि आरोपी ने कहा कि वह विधानसभा में टेलीफोन सहायक के पद पर नौकरी लगवा देगा। इसके लिए आठ लाख रुपये लगेंगे। उसने पांच लाख एडवांस में दे दिए। लेकिन जब उसने पता किया तो पता चला कि यहां तो नौकरी ही नहीं निकली है। हिसार के गांव किरोड़ी निवासी रजत ने बताया कि आरोपी यशपाल के साथ उसकी जान पहचान थी।
फतेहाबाद बीघड़ रोड पर स्थित उसके कार्यालय में आया, उसने पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद पर आवेदन किया हुआ था। आरोपी ने भर्ती के लिए 14 लाख रुपये मांगे। आरोप है कि सात लाख एडवांस में ले लिए। लेकिन जब परिणाम घोषित किया तो उसका नाम नहीं था और न ही रुपये वापस दिए हैं।
मामले को लेकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की फिलहाल जांच जारी है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। – महेंद्र सिंह, शहर थाना प्रभारी