नई दिल्ली : राजधानी की सड़कों पर देर रात बेसहारा गोवंशी को पकड़ने के बाद उन्हें काटकर उनके मांस बेचने और बचे अवशेषों को मंदिर के आसपास फेंकने वाले गिरोह का उत्तरी जिला पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर के आफताब अहमद उर्फ लुकमान (Crook Arrested) को गिरफ्तार किया है। उसके चार साथी उप्र के संभल के अकरम, सलीम, मारूफ और अल्तमस फरार हैं। इनपर पहले से ही गोवंशी के काटने के कई मामले दर्ज हैं।
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पुलिस के अनुसार, सात फरवरी को गुलाबी बाग इलाके में रोशनआरा अंडरपास के समीप मंदिर के पास खाली प्लाट में गोवंशी के अवशेष पड़े होने की सूचना मिली थी। मौके पर एएसआइ हासिम बेग को भेजा गया और अवशेषों को एकत्र कर पोस्टमार्टम कराया गया। मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच की जिम्मेदारी एसआइ नेहा खत्री को सौंपी गई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने पर पुलिस ने एक कार की पहचान की। कार के नंबर की जांच से पुलिस ने आफताब अहमद उर्फ लुकमान को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि आरोपित के चार अन्य साथी फरार हैं।
Crook Arrested – पूछताछ में आफताब ने बताया कि वह बेसहारा गोवंशी को काटकर उनका मांस बेचते थे। आरोपितों ने गुलाबी बाग इलाके में सड़क पर घूम रहे गोवंशी को देर रात पकड़कर उसके सात टुकड़े किए थे। उसके अवशेषों को वहीं छोड़ गए थे। पुलिस को पता चला है कि आरोपितों ने सात फरवरी की रात के बाद आठ फरवरी को दरियागंज इलाके में भी वारदात को अंजाम दिया था। उसके बाद नौ फरवरी को केएन काटजू मार्ग इलाके में हनुमान मंदिर के पास भी गोवंशी को काटा था।
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जांच में पता चला कि आरोपितों ने सात और नौ फरवरी को अलग-अलग स्थानों पर दो मंदिरों के पास गोवंशी को काटा था। केएन काटजू मार्ग इलाके में धारदार हथियार से बैल का गला काटा गया था। उसे सड़क पर ही छोड़ दिया गया था। पुलिस को शक है कि आरोपित धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भी यह हरकत कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल फरार चार अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में गहन पूछताछ की जाएगी। आफताब के बयानों पर अभी पुलिस भरोसा नहीं कर रही है।