चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने मंगलवार को सीएम खट्टर द्वारा की गई मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की घोषणा को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में खट्टर सरकार अरविंद केजरीवाल की नकल करने की तो कोशिश करती है, लेकिन नकल के साथ साथ किसी काम को करने के लिए नियत की भी जरूरत होती है। जनता के लिए काम करने की भाजपा सरकार की नियत ही नहीं है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण हाल ही में अनाउंस की गई मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की नकल करके भाजपा सरकार ने तीर्थ यात्रा योजना की घोषणा तो कर दी, लेकिन उसको क्रियान्वित करने के लिए, लोगों को तीर्थ यात्रा पर भेजने के लिए अभी तक कोई कार्यक्रम नहीं बना है। कोई ट्रेन रवाना नहीं हुई है, एक भी तीर्थ यात्री खट्टर सरकार की अनाउंस की गई योजना में तीर्थ दर्शन करने के लिए नहीं गया है। जबकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने अब तक 83 हजार लोगों को तीर्थ यात्रा करवा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अनाउंस होने के बाद पंजाब सरकार की तरफ से तीर्थ यात्रा के लिए ट्रेन रवाना कर दी गई है। जबकि खट्टर सरकार ने कहा था कि पंजाब से पहले हमने अनाउंस की है। पंजाब से अगले 95 दिनों में 53 हजार पंजाब के बुजुर्ग तीर्थ यात्रा पर जाएंगे और पंजाब सरकार की इस योजना का लाभ उठाएंगे। उसके लिए ट्रेनें बुक की जा चुकी हैं, पहली ट्रेन को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हरी झंडी दिखाकर रवाना भी कर दिया है। लेकिन हरियाणा में मुख्यमंत्री तीर्थ योजना कहां है? क्या उसमें अभी तक एक भी ट्रेन रवाना हुई है? क्या हरियाणा के एक भी बुजुर्ग को तीर्थ यात्रा के लिए भेजा है? इससे स्पष्ट पता चलता है कि केवल नकल करने से काम नहीं चलता, नकल के लिए अकल की जरुरत भी होती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर आम आदमी पार्टी की नकल तो कर लेंगे, उन योजनाओं को लागू करने के लिए अरविंद केजरीवाल जैसी अकल कहां से लाएंगे। दिल्ली में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना एक शानदार योजना है, जिसका 83 हजार लोगों ने अभी तक लाभ उठाया है। जिसमें रहना, खाना-पीना, आना-जाना सब कुछ दिल्ली सरकार कराती है। उसकी नकल करके सीएम खट्टर ने हरियाणा में योजना की घोषणा तो कर दी, लेकिन उनसे पहले आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने तीर्थ यात्रा पर पहली ट्रेन भी रवाना कर दी और अगले 95 दिनों को प्रोग्राम भी बता दिया। जिसमें पंजाब के 53 हजार बुजुर्ग तीर्थ यात्रा के लिए जाएंगे। इसका मतलब सीएम खट्टर को अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार चाहे तो दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस बारे में सलाह मशवरा कर सकती है।