एलआईयू और पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को सेक्टर-48 से 14 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया। इनमें एक महिला भी है। ये सभी वीजा समाप्त होने के बाद भी (Chinese National In Custody) अवैध रूप से नोएडा में रह रहे थे। पुलिस ने सभी को दिल्ली स्थित डिटेंशन सेंटर भेज दिया है। नोएडा जोन डीसीपी राजेश एस ने बताया कि एलआईयू को सूचना मिली थी कि कुछ चीनी नागरिक अवैध रूप से नोएडा में रह रहे हैं।

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सूचना मिलने के बाद पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने सेक्टर-49 थाना क्षेत्र में अवैध रूप से रहने वाले 14 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया। इनमें एक महिला भी शामिल है। इनकी पहचान जूनहुई यीन, चौनलियू गौंग, होंगलिन, शिलॉग गैंग, जिताओ झंग, महिला फियान टंग, टन यंग, जिआओगैंग, यिंगली, झी लियू, ताओ वांग, डाओ लिन झंग, पेन और हौंग के रूप में हुई है। सभी चीन के अलग-अलग शहरों से हैं।

Chinese National In Custody – डीसीपी का कहना है कि हिरासत में लिए गए सभी चीनी नागरिकों का वीजा 2020 में समाप्त हो गया था। इसके बाद से यह अवैध रूप से नोएडा में रह रहे थे। पुलिस ने सभी को दिल्ली स्थित डिटेंशन सेंटर भेज दिया। डीसीपी का कहना है कि सभी नागरिकों ने वीजा वृद्धि के लिए आवेदन किया था। इनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया था। इसके बारे में इन्होंने एलआईयू सहित अन्य संबंधित एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस की तरफ से दिल्ली स्थित संबंधित विभागों को इनके बारे में सारी जानकारी मुहैया करा दी गई है।

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ये लोग बिजनेस वीजा पर 2019 और 2020 में भारत आए थे। उस समय सभी सेक्टर-46 में रहते थे। इनका वीजा नवंबर 2020 में समाप्त हो गया था। इसके बाद यह सेक्टर-48 में शिफ्ट हो गए। हालांकि, पुलिस को सभी के पास पासपोर्ट मिले हैं। इनके पासपोर्ट की भी जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में पासपोर्ट सही पाए गए हैं।

 पुलिस की जांच में सामने आया है कि सभी चीनी नागरिक सेक्टर-80 स्थित एक मोबाइल बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। यह कंपनी मोबाइल के अलावा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बनाती है। पुलिस ने संबंधित कंपनी के अधिकारियों को भी कार्रवाई के संबंध में सूचना दे दी है। इन्होंने कंपनी में भी वीजा समाप्त होने की जानकारी नहीं दी थी। हालांकि, पुलिस अपने स्तर पर कंपनी प्रबंधन से पूछताछ कर रही है

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