आपने भी कई लोगों को कहते हुए सुना होगा कि विज्ञान स्ट्रीम से 12वीं करने के बाद स्टूडेंट्स के पास सिर्फ दो ही करियर ऑप्शंस होते है या तो डॉक्टर बने या फिर इंजीनियर| लेकिन हम आपको बता दें कि साइंस की फिल्ड बहुत बड़ी है और इसमें ढेरों कोर्स है जिनको करने के बाद अच्छी जॉब हासिल की जा सकती है|
अधिकतर स्टूडेंट साइंस से 12वीं करने के बाद मेडिकल और इंजीनियरिंग के एंट्रेस एग्जाम की तैयारी करते है, जिनमें से कुछ स्टूडेंट्स को तो सफलता मिल जाती है लेकिन कई स्टूडेंट ऐसे होते है जो इन टफ एग्जाम को क्रेक नही कर पाते है| जिसका नतीजा ये होता है कि ये लोग बुरी तरह कंफ्यूज रहते है कि अब आगे क्या करें|
लेकिन आपको बता दें कि साइंस की फिल्ड बहुत ही बड़ी है और इसमें ढेरों ऑप्शन है| यहां पर हम आपको विज्ञान स्ट्रीम के ऐसे ही कुछ करियर ऑप्शंस के बारे में बताने जा रहे है, जिसमें जाकर आप न सिर्फ बेहतरीन करियर बना सकते है बल्कि अच्छी कमाई भी कर सकते है|
मेडिकल व इंजीनियरिंग के अलावा और कोर्स भी है :-
एस्ट्रो फिजिक्स :-
जिन लोगों को ब्रह्मांड के रहस्य सुलझाने के अलावा सितारों और गैलेक्सी में खास दिलचस्पी है, उन लोगों के लिए एस्ट्रो फिजिक्स सबसे अच्छी फिल्ड हो सकती है| इस फिल्ड में12वीं साइंस के बाद से कई कोर्स उपलब्ध है| 4 या 3 साल के बैचलर्स प्रोग्राम (बीएससी इन फिजिक्स) में एडमिशन ले सकते हैं| एस्ट्रोफिजिक्स में डॉक्टरेट करने के बाद स्टूडेंट्स इसरो जैसे रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में साइंटिस्ट बन सकते हैं|
नैनो टेक्नोलॉजी :-
12वीं के बाद नैनो टेक्नोलॉजी में बीएससी या बीटेक और उसके बाद इसी सब्जेक्ट में एमएससी या एमटेक करके इस क्षेत्र में शानदार करियर बनाया जा सकता है| नैनो टेक्नोलॉजी विज्ञान का एक ऊभरता हुआ करियर विकल्प है|
इसे भी पढ़ें: फैशन प्रेमियों के लिए सबसे बेहतरीन कैरियर ऑप्शन्स
पिछले दिनों आई ग्लोबल इंफॉर्मेशन इंक की रिसर्च के मुताबिक 2018 तक नैनो टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री 3।3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है| आपको बता दें कि इस फिल्ड में आने वाले समय में 10 लाख प्रोफेशनल की जरूरत पड़ने वाली है|
स्पेस साइंस :-
यह साइंस की सबसे बड़ी फिल्ड है, हर साल इस फिल्ड में लाखों पेशेवरों की जरूरत पड़ती है| स्पेस साइंस के अंतर्गत कॉस्मोलॉजी, स्टेलर साइंस, प्लैनेटरी साइंस, एस्ट्रोनॉमी जैसी कई फिल्ड आती है| इसमें 3 साल की बीएससी और 4 साल के बीटेक से लेकर पीएचडी तक के कोर्सेज खासतौर पर इसरो और बेंगलुरु स्थित IISC में कराए जाते हैं|
रोबोटिक साइंस :-
रोबोटिक में एमई की डिग्री हासिल कर चुके स्टूडेंट्स को इसरो जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में रिसर्च वर्क की नौकरी मिल सकती है|
एनवायर्नमेंटल साइंस :-
जिन लोगों को पर्यावरण जैसे विषय में रूचि है उन लोगों के लिए एनवायर्नमेंट साइंस में बेहतरीन करियर हो सकता है| इस फिल्ड के तहत इकोलॉजी, डिजास्टर मैनेजमेंट, वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट और पॉल्यूशन कंट्रोल जैसे विषयों का अध्ययन कराया जाता है|
वातावरण में लगातार बदलाव आने के कारण इस फिल्ड में पेशेवरों की मांग बढ़ी है| वहीं पर्यावरण संबंधी काम करने वाले एनजीओ और यूएनओ के कई प्रोजेक्ट इस फिल्ड में काम कर रहे है जिससे इस फिल्ड में जॉब के अवसर पहले से ज्यादा बढ़े है|
वाटर साइंस :-
यह जल की सतह से जुड़ा विज्ञान है| इसमें हाइड्रोमिटियोरोलॉजी, हाइड्रोजियोलॉजी, ड्रेनेज बेसिन मैनेजमेंट, वॉटर क्वालिटी मैनेजमेंट, हाइड्रोइंफॉर्मेटिक्स जैसे विषयों की पढ़ाई करनी होती है|
डेयरी साइंस :-
डेयरी प्रोडक्शन में भी करियर की बहुत संभावनाएं है| डेयरी प्रोडक्ट की लगातार बढ़ती मांग के कारण इस क्षेत्र में कई जॉब्स के अवसर बने है| भारत डेयरी प्रोडक्शन में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है| इस फिल्ड में मिल्क प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, स्टोरेज और डिस्ट्रिब्यूशन की जानकारी दी जाती है|
भारत में डेयरी प्रोडक्ट की खपत लगातार बढ़ने से इस फिल्ड में प्रोफेशनल्स की मांग काफी बढ़ी है| इस फिल्ड में जाने के लिए 12वीं साइंस के बाद 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम या दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स कर सकते है|
जिन लोगों को लगता है कि साइंस की फिल्ड में जाकर सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर ही बना जा सकता है उन लोगों को अपनी जानकारी अपडेट करने की जरूरत है क्योंकि विज्ञान की फिल्ड बहुत बड़ी है और इसमें ढेरों करियर ऑप्शंस उपलब्ध है|
Image Source :-