भोपाल : भाजपा के सर्वोच्च रणनीतिकार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सर्वाधिक फोकस इस समय नाराज नेताओं और बागियों को मनाने पर है। दो नवम्बर तक पूरी भाजपा मशीनरी बागी प्रत्याशियों को नामांकन वापस लेने के लिए हर संभव प्रयत्न करेगी। इस पूरे अभियान को खुद (BJP In Action Mode) अमितशाह मॉनिटर कर रहे हैं। इसके बाद अमत शाह का पूरा फोकस मतदान केंद्र प्रबंधन पर रहने वाला है। भाजपा की इलेक्शन मशीनरी पूरी तरह से सुपर एक्टिव मोड पर आ चुकी है।
इसे भी पढ़ें – AAP ने खेला बड़ा दांव, रानी अग्रवाल को सिंगरौली से चुनाव मैदान में उतारा
BJP In Action Mode – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पिछले दो दिनों से मध्य प्रदेश में हैँ। इस दौरान उन्होंने जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, और सागर संभाग की समीक्षा की है। अमित शाह ने पिछले दो दिनों में तीन हजार महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं से चर्चा कर फीडबैक लिया है। सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में भाजपा के चुनाव अभियान से पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। केंद्रीय गृहमंत्री ने जहां आवश्यकता हुई वहां नेताओं को फटकारा भी है। पार्टी नेतृत्व को लग रहा है कि इस समय मध्य प्रदेश में नेताओं की अंदरूनी खींचतान और बगावत अपेक्षा से ज्यादा है। इसलिए अमत शाह ने सर्वोच्च प्राथमिकता नाराज नेताओं को मना कर मैदान में लाने के लिए बनाई गई रणनीति को दी है।
इसे भी पढ़ें – जनता मेरा ‘वकालतनामा’ लगा दे तो पूरी ताकत से क्षेत्र का विकास करेंगे : तोमर
केंद्रीय गृहमंत्री ने मालवा निमाड़ अंचल की बैठक की बजाय ग्वालियर चंबल अंचल को अधिक महत्व दिया है, क्योंकि वहां कॉम्पलेक्शंस ज्यादा हैं। इसी वजह से इंदौर संभाग की 37 विधानसभा सीटों की समीक्षा बैठक का कार्यक्रम था जो निरस्त कर दिया गया है। इंदौर संभाग को अमित शाह की ओर से गुजरात से संगठन महामंत्री रत्नाकर भाई देख रहे हैं। भाजपा ने संगठन को सुपर एक्टिव इलेक्शन मोड पर डाल दिया है। पार्टी ने आने वाले 13 दिनों तक चुनाव अभियान चलाने का एजेंडा तय कर लिया है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित केंद्रीय नेता लगातार दौरे करने वाले हैं।