पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर दूसरे राज्यों में बंगालियों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया. विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह भाजपा को एक इंच भी जमीन नहीं देंगी. उन्होंने (Bengali will run Bengal) जलपाईगुड़ी में साफ कहा कि बंगाली लोग ही बंगाल चलाएंगे, दिल्ली के लोग नहीं.
तृणमूल कांग्रेस बंगाली भावनाओं को चुनाव से पहले मुद्दा बना री है. सत्तारूढ़ दल ने पहले ही भाषा आंदोलन शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, “हम पहले ही 24,000 प्रवासी मजदूर परिवारों को वापस ला चुके हैं. उन्हें स्वास्थ्य साथी कार्ड का लाभ मिलेगा.”