जम्मू : सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा स्थितियों में हो रही प्रगति में बाधा डालने के लिए पाकिस्तान क्षेत्र में विदेशी आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की पूरी कोशिश कर रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा (Attempt To Infiltrate) कि सेना ने राजौरी और पुंछ में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर विदेशी आतंकवादियों को मार गिराने की कोशिश की है।
इसे भी पढ़ें – संसद के विशेष सत्र से पहले नए संसद भवन पर फहराया जाएगा तिरंगा
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके जगती में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) परिसर में नॉर्थ टेक संगोष्ठी से इतर संवाददाताओं से कहा सबसे बड़ी बात यह है कि बेहतर आंतरिक हालात (सुरक्षा हालात) के बावजूद पाकिस्तान अपनी तरफ से विदेशी आतंकवादियों को यहां भेजने की कोशिश कर रहा है, ताकि वे किसी तरह की बाधा उत्पन्न कर सकें। यह उस प्रगति के कारण है, जो हम जम्मू-कश्मीर में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में 1.88 करोड़ से अधिक पर्यटक जम्मू-कश्मीर आये।
इसे भी पढ़ें – पहले सत्ता में दलाल होते थे, अब पता नहीं कहां चले गए – जगदीप धनकड़
Attempt To Infiltrate – लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा हमारा प्रयास है कि इस वर्ष 2.25 करोड़ पर्यटक आएं। वे प्रगति की इस यात्रा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। राजौरी मुठभेड़ के बारे में एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पुंछ और राजौरी में सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ही विदेशी आतंकवादियों को मार गिराने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, कुछ लोग पंजाब और नेपाल के रास्ते सड़क मार्ग से आते हैं और यहां कुछ हरकत करने की कोशिश करते हैं। हमने हाल में हुई इस मुठभेड़ में अच्छी कार्रवाई की है। हालांकि, इसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया।’’