नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका और महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा है कि प्रो. देविंदरपाल सिंह भुल्लर की रिहाई की याचिका का विरोध करके आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने का सिख विरोधी चेहरा खुल कर सामने आ गया है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि गुरुद्वारा शीशगंज साहिब के दर्शनों के लिए आने वाली संगत के चालान बंद नहीं किए गए तो वह आप सरकार द्वारा लगाए (Anti Sikh Face) गए कैमरे न केवल हटाएंगे बल्कि केजरीवाल के घर के बाहर धरना भी देंगे।
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प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सरदार हरमीत सिंह कालका और सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार सिख विरोधी और पंजाबी विरोधी है, यह स्पष्ट है क्योंकि पिछले 27 साल से जेल में बंद प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर की रिहाई पर फैसला लेने के लिए सजा समीक्षा बोर्ड की बैठक हर बार कोई न कोई बहाना देकर टाली जा रही है। उन्होंने बताया कि अब कोर्ट में अरविंद केजरीवाल सरकार के वकील ने अदालत में प्रो. भुल्लर की रिहाई का विरोध करते हुए कहा है कि उनकी याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। इस फैसले से आम आदमी पार्टी का सिख विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।
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Anti Sikh Face – कालका, काहलों ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने धोखे से दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाई है और अब पंजाब व दिल्ली दोनों जगह पर जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है कि उनके साथ धोखा हुआ है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने पहले दिल्ली के स्कूलों से पंजाबी हटाई, फिर दिल्ली से पंजाबी बोर्ड हटाए और किसी भी पंजाबी विधायक को मंत्री नहीं बनाया। दूसरी ओर, पंजाब के लोगों ने आप पार्टी को भारी जनादेश दिया और 92 विधायक बनाए, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान नाटक के रोल मॉडल मात्र बन कर रह गए हैं।