चंडीगढ़: नवरात्र के समय में हरियाणा के जींद जिले की भारत की सबसे कम उम्र की सामाजिक कार्यकर्ता नंदिनी जागलान ने लड़कियों के पहले पीरियड की परेशानी को समझते हुए उनकी इस समस्या का समाधान निकाला है, जिसका नाम है फ़र्स्ट पीरियड स्माईल है। नंदिनी ने बताया कि मेरी क्लॉसमेट को जब क्लॉस में पीरियड आया तो उसे पता ही नहीं था कि क्या करें, जिससे वो परेशान थी मैंने सैनेटरी पैड उसको दिया, लेकिन उसके पता नहीं था। फिर मैंने सोचा कि इस पर कुछ अभियान शुरू किया जा सकता है।
मैंने फ़र्स्ट पीरियड स्माईल नाम से कैंपेन चलाया है। जिसमें पहले मैं उस पर बात कर रही हूँ, विडियो बनाकर पोस्ट करवा रही हूँ और साथ में इसका एक चार्ट लड़कियों के टॉयलेट में लगाया जा रहा है। जिसमें पैड लगाने से डिस्पोज करने का आसान तरीक़ा तस्वीर व शब्दों के माध्यम से दिखाया गया है।
नंदिनी ने बताया कि यह हर स्कूल में लगाया जाना चाहिए, क्योंकि यह पहले पीरियड पर 95 % लड़कियों को नहीं पता और यह काफ़ी दुखद है। मुझे मेरे पापा व मम्मी ने इसे पहले ही बताया है, जबकि मेरा पीरियड नहीं आया था। लेकिन मुझे इसका ज्ञान है। मैं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी लिखूँगी कि फर्स्ट पीरियड स्माईल अभियान हर गॉंव शहर के स्कूल में चलाया जाए। मुझे विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री मेरी यह बात ज़रूर सुनेंगे। क्योंकि वो लड़कियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम ज़रूर करेंगे।
नवरात्र के समय में हरियाणा के जींद जिले की भारत की सबसे कम उम्र की सामाजिक कार्यकर्ता नंदिनी जागलान ने लड़कियों के पहले पीरियड की परेशानी को समझते हुए उनकी इस समस्या का समाधान निकाला है, जिसका नाम है फ़र्स्ट पीरियड स्माईल है। नं
चंडीगढ़: नवरात्र के समय में हरियाणा के जींद जिले की भारत की सबसे कम उम्र की सामाजिक कार्यकर्ता नंदिनी जागलान ने लड़कियों के पहले पीरियड की परेशानी को समझते हुए उनकी इस समस्या का समाधान निकाला है, जिसका नाम है फ़र्स्ट पीरियड स्माईल है। नंदिनी ने बताया कि मेरी क्लॉसमेट को जब क्लॉस में पीरियड आया तो उसे पता ही नहीं था कि क्या करें, जिससे वो परेशान थी मैंने सैनेटरी पैड उसको दिया, लेकिन उसके पता नहीं था। फिर मैंने सोचा कि इस पर कुछ अभियान शुरू किया जा सकता है
मैंने फ़र्स्ट पीरियड स्माईल नाम से कैंपेन चलाया है। जिसमें पहले मैं उस पर बात कर रही हूँ, विडियो बनाकर पोस्ट करवा रही हूँ और साथ में इसका एक चार्ट लड़कियों के टॉयलेट में लगाया जा रहा है। जिसमें पैड लगाने से डिस्पोज करने का आसान तरीक़ा तस्वीर व शब्दों के माध्यम से दिखाया गया है।
नंदिनी ने बताया कि यह हर स्कूल में लगाया जाना चाहिए, क्योंकि यह पहले पीरियड पर 95 % लड़कियों को नहीं पता और यह काफ़ी दुखद है। मुझे मेरे पापा व मम्मी ने इसे पहले ही बताया है, जबकि मेरा पीरियड नहीं आया था। लेकिन मुझे इसका ज्ञान है। मैं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी लिखूँगी कि फर्स्ट पीरियड स्माईल अभियान हर गॉंव शहर के स्कूल में चलाया जाए। मुझे विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री मेरी यह बात ज़रूर सुनेंगे। क्योंकि वो लड़कियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम ज़रूर करेंगे।
ग़ौरतलब है कि नंदिनी जागलान वह पहली लड़की है, जिसके साथ जब उनके पिता सुनील जागलान ने पहले सेल्फी विद डॉटर लेकर सोशल मिडिया पर पोस्ट की तो वह वॉयरल हो गया। प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति तक ने उस अभियान की बहुत बार प्रशंसा की। नंदिनी जागलान इससे पहले काफ़ी समय से कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए जागरूकता अभियान चला रहीं हैं। नंदिवी सातवीं कक्षा पढ़ती हैं। वह सामाजिक विषयों में गहरी रुचि रखती हैं।