लखनऊ : असद अतीक का सबसे छोटा बेटा था। असद अहमद लखनऊ से ऑपरेट करता था। असद ने लखनऊके बड़े स्कूल से इसी साल 12वीं कक्षा पास की थी। बताया जाता है (Story Of Asad Ahmed) कि वो पढ़ाई में काफी तेज था। कानून की पढ़ाई के लिए वह विदेश जाना चाहता था, लेकिन परिवार के आपराधिक इतिहास की वजह से उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हुआ। उमेश पाल हत्याकांड के दौरान असद का सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद वह पुलिस की रडार पर आ गया था। पिता अतीक और चाचा अशरफ की गैरमौजूदगी में अतीक के दो बड़े बेटे उमर और अली पिछले कुछ सालों से गिरोह चला रहे थे। उस समय असद पढ़ाई कर रहा था।
इसे भी पढ़ें – सपा ने कानपुर के लिए महापौर पद के उम्मीदवार की घोषणा की, झांसी सीट से उम्मीदवार बदला
पुलिस को शक था कि असद ने उमेश पाल की हत्या की योजना बनाने के लिए जेल जाकर अतीक और अशरफ से सलाह ली थी। साल 2018 में अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर सुर्खियों में आया था। तब उमर ने लखनऊ में एक प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल का अपहरण किया था। मोहित जायसवाल का अपहरण करके उमर उसे देवरिया जेल ले गया था। उस समय अतीक अहमद इसी जेल में बंद था। अतीक के दूसरे बेटे अली के खिलाफ भी हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दोनों भाइयों पर ईनाम घोषित किया था। दोनों भाइयों ने एनकाउंटर के डर से जुलाई 2022 में आत्मसमर्पण कर दिया था।
इसे भी पढ़ें – कंपनी के मालिक ने चोरी के संदेह में मैनेजर को प्रताड़ित किया, मौत
Story Of Asad Ahmed – असद अहमद महंगी गाड़ियों और फोन का शौकीन था। वह विदेशी घड़ियां पहनता था और मंहगे फोन रखता था। बताया जाता है कि फरार होने से पहले उसके पास एप्पल आईफोन था। असद स्विट्जरलैंड की ब्राडेंड घड़ी पहनता था जिसकी कीमत एक लाख से ज्यादा है। बताया जाता है कि असद चाचा अशरफ का सबसे चहेता भतीजा था। अशरफ ने ही उसे गोली चलाना, कार रेसिंग और घुड़सवारी सिखाई थी। हत्याकांड के दिन सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि कार से एक युवक निकला और धड़ाधड़ गोली चलाते हुए भाग रहा था। गोली चलाते हुए युवक की पहचान असद के रूप में ही हुई थी।