जयपुर : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को कहा कि यह चिंताजनक है कि (Sense Of Disrespect) युवाओं के मन में माता-पिता के प्रति अनादर की भावना पैदा की जा रही है। त्रिवेदी ने कहा ‘‘किसी भी कहानी या विज्ञापन में आठ साल का छोटा बच्चा अपने ही मां-बाप को ज्ञान देता नजर आता है। मन में क्या अंकित किया जा रहा है, … भविष्य में इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।”
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वह रविवार को नवोन्मेष फाउंडेशन की ओर से सनातन संस्कृति और हिंदुत्व पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘‘आज मानवाधिकारों का सदुपयोग करने के बजाय दुरुपयोग किया जा रहा है, और विभाजनकारी ताकतें ऐसा कर रही हैं। बच्चों के मन में अपने माता-पिता के प्रति अनादर की भावना बैठाई जा रही है और साथ ही युवा मन को सिखाया जा रहा है कि ‘बॉस हमेशा सही होता है।’’
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Sense Of Disrespect – उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि माता-पिता जो भी कहते हैं वह गलत है और आपको उनका विरोध करना चाहिए, जबकि कार्यालय में बॉस जो भी कहते हैं वह सही है।’’ उन्होंने कहा कि एक भारतीय परिवार में सदस्यों की औसत संख्या 30 वर्षों में 5.2 से घटकर 4.5 हो गई है और इससे करोड़ों नए घरों की आवश्यकता होती है और इसका अर्थव्यवस्था के साथ-साथ पर्यावरण पर भी प्रभाव पड़ेगा। भाजपा नेता ने कहा कि सामाजिक मूल्यों को बहाल करने की जरूरत है।