अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है. वहीं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है. श्रद्धालु (first floating bath pool) बिना किसी भीड़भाड़ के सुरक्षित स्नान कर सकें इसके लिए जल्द ही नया बाथिंग कुंड बनाया जाएगा. योगी सरकार ने अयोध्या में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सरयू नदी पर भारत का पहला फ्लोटिंग बाथिंग कुंड बनाने का निर्णय लिया है.
first floating bath pool – अयोध्या, जो अब दुनिया भर के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन चुका है, लगातार नए अध्याय लिख रहा है. राम मंदिर निर्माण के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है. इसी भीड़ और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने यह अभिनव योजना तैयार की है.
क्या है फ्लोटिंग बाथिंग कुंड का जादू?
यह कोई साधारण स्नान कुंड नहीं होगा. पॉन्टून और फाइबर से बनी यह तैरती संरचना नदी के पानी पर स्थिर रहेगी, लेकिन जब सरयू का जलस्तर बढ़ेगा या घटेगा, तब भी यह अपने आप एडजस्ट हो जाएगी. एक साथ 300 श्रद्धालु इसमें स्नान कर सकेंगे. वह भी पूरी सुरक्षा और आराम के साथ. सरयू की गोद में तैरते इस कुंड में सेफ्टी बैरियर, मजबूत रेलिंग, चेंजिंग रूम, विश्राम के लिए बेंच, आपातकालीन सहायता बोट, रोशनी के लिए सोलर लाइटें और आस-पास शॉपिंग की भी सुविधाएं होंगी
आस्था और तकनीक का अद्भुत मेल
सरयू में डुबकी लगाने का सपना अब और भी भव्य और सुरक्षित हो जाएगा, जहां एक ओर श्रद्धालु श्रीराम के आशीर्वाद की अनुभूति करेंगे. वहीं दूसरी ओर आधुनिक तकनीक की यह सौगात उन्हें अयोध्या की भव्यता का एक नया अनुभव देगी. आने वाले समय में जब श्रद्धालु सरयू की लहरों पर तैरते इस कुंड में स्नान करेंगे, तो वे न केवल पवित्रता का अहसास करेंगे, बल्कि अयोध्या के नव निर्माण की गवाही भी देंगे.