जमीयत उलेमा-ए-हिंद (जेयूएच) ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी का बहिष्कार करने के फैसला किया है. अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (what RJD did for Muslims) का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि वो जेयूएच प्रमुख अरशद मदनी के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन वो मदनी से गुजारिश करते हैं कि इस बारे में उन्हें दोबारा सोचना चाहिए.
what RJD did for Muslims – सोमवार को होने वाली इफ्तार पार्टी की तैयारी का जायजा लेने पहुंचे हाजीपुर के सांसद चिराग पासवान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा ‘मैं मदनी साहब का बहुत सम्मान करता हूं. मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं उनसे आग्रह करूंगा कि वे इस बात पर थोड़ा विचार करें कि क्या आरजेडी जैसे हमारे विरोधी, जो मुसलमानों के स्वयंभू चैंपियन हैं, अल्पसंख्यक समुदाय के हितों की रक्षा करने में सक्षम हैं’.
इफ्तार, ईद मिलन समारोह में भाग न लेने का फैसला
दरअसल जेयूएच प्रमुख अरशद मदनी ने शनिवार (22 मार्च) को घोषणा की थी कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और चिराग पासवान जैसे स्वयंभू धर्मनिरपेक्ष नेताओं द्वारा आयोजित इफ्तार, ईद मिलन और ऐसे अन्य कार्यक्रमों में भाग नहीं लेगा. मदनी ने इन नेताओं पर मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार पर चुप रहने का आरोप लगाया था, साथ ही आरोप लगाया था कि वक्फ बिल पर उनके अस्पष्ट रुख से नेताओं का दोहरापन स्पष्ट हो गया है.
‘आरजेडी ने मुस्लिमों के लिए क्या किया’
वहीं चिराग पासवान ने कहा कि ‘मेरे दिवंगत पिता और राजनीतिक गुरु रामविलास पासवान ने एक बार अपना पूरा राजनीतिक जीवन दांव पर लगा दिया था ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एक मुसलमान बिहार का मुख्यमंत्री बने’. मंत्री ने कहा ‘मैं इतना जरूर कहूंगा कि जिन्हें इन्होंने मुसलमान समाज का ठेकेदार बनाना सही समझा है, क्या वे लोग उनके हितों का संरक्षण कर पा रहे हैं. जो लोग आरजेडी के इफ्तार में जा रहे हैं, उनसे भी तो सवाल-जवाब किए जाने चाहिए, कि उन्होंने मुस्लिमों के लिए क्या किया है?.
‘बिहार में हो रही आपराधिक घटनाएं चिंता जनक’
इसके साथ ही चिराग पासवान ने बिहार में हो रही आपराधिक घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं, जो चिंता की बात है. इस बात को बिहार सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा मैं केंद्र सरकार का जरूर हिस्सा हूं, लेकिन राज्य सरकार में भी सहयोगी होने के नाते मैंने समय-समय पर इन मुद्दों पर आवाज उठाई है’.