आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले मेरी मुलाकात एक ‘कट्टर’ भाजपा समर्थक से हुई थी. उसने पूछा अरविंद जी, अगर आप हार गए तो क्या होगा? मैंने भी मुस्कुराते हुए पूछा कि अगर मैं हार गया तो आपका क्या होगा? मैंने पूछा कि (bjp supporters will suffer a loss of 25000) आपके बच्चे कहां पढ़ने जाते हैं, तो उसने कहा कि सरकारी स्कूल में, क्योंकि अब स्कूल अच्छे हैं और शिक्षक भी अच्छे हैं.
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bjp supporters will suffer a loss of 25000 – इस पर आपको करीब 25,000 रुपये खर्च करने होंगे. मैंने उससे कहा कि राजनीति और भाजपा को भूल जाओ और परिवार के बारे में सोचो. उसने कहा मैं इस चुनाव में आपको वोट दूंगा लेकिन, भाजपा को नहीं छोड़ूंगा.
मैं सभी भाजपा समर्थकों से अपील करता हूं कि अगर भाजपा की सरकार आती है तो हमारी सारी योजनाएं बंद हो जाएंगी. इस पर आपको करीब 25,000 रुपये खर्च करने होंगे, क्या आपके पास इतना पैसा है? क्या आप इसे वहन कर सकते हैं हार? मुझे ऐसा नहीं लगता. आपका भाई होने के नाते है मैं आपसे इस चुनाव में आप को वोट देने की अपील करता हूं. भाजपा छोड़ना या न छोड़ना आपकी मर्जी है, लेकिन इस चुनाव में हमें वोट दें.
एक लाख रुपए में भी नहीं होता है गुजारा
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी समर्थक ने कहा कि मेरी सैलरी एक लाख रुपए है लेकिन उसमें भी गुराजा बहुत ही मुश्किल से हो पाता है. तो जवाब में अरविंद केजरीवाल ने उसे सुझाव दिया कि राजनीति भूल जाओ और अपनी सोचो, क्योंकि मैं चला जाऊंगा तो सारी फ्री की चीजें बंद हो जाएंगीं. ये सोचो कि अगर केजरीवाल हार गया तो तुम्हारा क्या होगा? अरविंद केजरीवाल ने बताया कि भाजपा समर्थक संतुष्ट हो गया और उसने कहा कि सर इस बार के चुनाव में मैं आपको वोट दे दूंगा, लेकिन मैं बीजेपी नहीं छोडूंगा. ऐसी स्थिति में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने भी मुस्कुराकर जवाब दिया कि भाई जैसी तेरी मर्जी.