बरेली : जिले के फतेहगंज पश्चिमी थाना में फर्जी प्रमाणपत्र के जरिये बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल करने वाली कथित पाकिस्तानी महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बरेली के अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) मुकेश चंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी, फतेहगंज पश्चिमी ने थाना फतेहगंज पश्चिमी में शुमायला खान के खिलाफ धोखाधड़ी और दस्तावेजों में हेराफेरी के आरोप में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रावधानों के तहत (Pakistani Woman Become Teacher With Fake Certificate) प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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मिश्रा ने बताया कि शुमायला खान पर कूटरचित प्रमाण पत्रों के जरिये बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी हासिल करने का आरोप है। शुमायला खान ने नियुक्ति के दौरान उप जिलाधिकारी सदर, रामपुर
के कार्यालय से जारी निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। उप जिलाधिकारी सदर, रामपुर ने ही जांच रिपोर्ट दी है कि यह प्रमाण पत्र कूट रचित, त्रुटिपूर्ण है और शुमायला खान वास्तव में पाकिस्तानी नागरिक हैं। उन्होंने तथ्यों को छिपाते हुए कूटरचित निवास प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी हासिल की थी ।
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Pakistani Woman Become Teacher With Fake Certificate – खंड शिक्षा अधिकारी (फतेहगंज पश्चिमी) भानु शंकर ने बताया कि शुमायला खान पर आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों से 2015 में प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर उनकी नियुक्ति की गई थी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तीन अक्टूबर 2024 को शुमायला खान को निलंबित कर दिया। इसके बाद, उन्हें नियुक्ति तिथि से पद से भी हटा दिया गया।