
कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
– फोटो : Amar Ujala
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा रविवार व सोमवार को ली गई सीईटी की परीक्षा में 41 प्रश्न समान होने के कारण फिर से सीईटी परीक्षा विवादों के घेरे में आ गई। रविवार को सीईटी की श्रेणी 57 की परीक्षा का आयोजन किया गया था। सोमवार को श्रेणी 56 की परीक्षा में श्रेणी 57 की परीक्षा के प्रश्न पत्र में दिए 41 प्रश्न शामिल किए जाने से सवाल उठ रहे हैं।
परीक्षार्थियों का कहना है कि जिन उम्मदीवार ने दोनों परीक्षाएं दी हैं, उन्हें सोमवार की परीक्षा में लाभ मिलेगा। उधर, आयोग की इस कार्यप्रणाली पर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस व इनेलो ने आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है।
विदित रहे कि पांच व छह अगस्त को निश्चित हुई परीक्षा में न्यायालय के स्थगनादेश के कारण पांच अगस्त को होने वाली परीक्षा नहीं हो पाई थी। बाद में डबल बैंच ने परीक्षा पर दिए स्टे को हटा दिया था। इसके बाद पांच अगस्त को होने वाली श्रेणी 56 की परीक्षा को स्थगित कर सात अगस्त कर दिया था।
वहीं छह अगस्त रविवार को निश्चित श्रेणी संख्या 57 की परीक्षा छह अगस्त को ही संपन्न हो गई थी। सोमवार सात अगस्त को श्रेणी संख्या 56 की परीक्षा हुई। जिसमें 41 वे प्रश्न भी शामिल थे, जो रविवार को संपन्न हुई परीक्षा में पूछे गए थे। एक परीक्षार्थी ने बताया कि सोमवार को हुई परीक्षा में 41 प्रश्न वे थे, जो रविवार की परीक्षा में भी शामिल थे।
इन प्रश्नों में प्रश्न संख्या 2, 4, 6, 9, 11, 13, 16, 18, 24, 26, 32, 37, 40, 42, 44, 49, 51, 53, 55, 59, 60, 61, 64, 66, 73, 75, 77, 79, 81, 83, 86, 88, 90, 91, 92, 94, 96, 98, 99, 100 हैं। केवल इनकी संख्या में बदलाव किया गया। इनके उत्तर के विकल्प भी यूं के यूं दिए गए हैं।
विपक्ष के निशाने पर है आयोग-सीईटी प्रश्न पत्र में प्रश्नों के दोहराव से नया विवाद खड़ा होना लाजमी है। इससे पूर्व हरियाणा लोक सेवा आयोग की एचसीएस की परीक्षा में 38 प्रश्न पत्र पिछले साल के यूं के यूं दे दिए थे। जिस पर बड़ा विवाद हुआ। जिस पर एचपीएससी को परिणाम दो बार जारी करना पड़ा। उच्च न्यायालय दो बार के परिणाम को एक ही परिणाम के तौर पर जारी करने का आदेश दे चुका है।
राज्यसभा सांसद एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सीईटी के जंजाल ने की युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी है। चहेतों के लिए खुली हेराफेरी और गुणी युवाओं की जिंदगी बर्बाद की जा रही है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को बर्खाश्त किया जाए।
दोनों ही दिन हुई परीक्षा को रद्द किया जाए। उन्होंने आयोग को हेराफेरी सांठ-गांठ सर्विस कमीशन का नाम देते हुए कहा कि हरियाणा के युवाओं से आए दिन नौकरी के नाम पर मजाक किया जा रहा है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि आयोग ने अपने चहेतों को पहले से ही सूचित कर दिया ताकि हेराफेरी से पूरी भर्ती प्रक्रिया में घोटाला किया जा सके। सुरजेवाला ने मांग की कि दोनों दिन की परीक्षा रद्द की जाए। प्रश्न पत्र तैयार करने वाली एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज हो। आयोग को बर्खास्त किया जाए।
सरकार ने एचपीएससी व एचएसएससी को किया बर्बाद-इनेलो
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार ने एचएसएससी और एचपीएससी को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। सीईटी व्यवस्था में लाखों बच्चे नौकरी की आस लगाए बैठे हैं। कभी पेपर लीक करवा कर, कभी पेपर रद्द करके और कभी पेपर में प्रश्रों का दोहराव करके युवाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। रविवार की परीक्षा में 41 प्रश्रों का दोहराव है। यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व एचपीएससी की परीक्षा में भी 38 प्रश्नों का दोहराव किया था। दोनों संस्थाओं की साख पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। इन्हें तुरंत प्रभाव से भंग किया जाए।