प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरएसएस मुख्यालय में संघ के दो मजबूत स्तंभों को याद किया है. स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि के बाद पीएम मोदी ने संघ के पुराने कार्यकताओं से मिलकर अपने (2 strong pillars of the Sangh) पुराने दिन को याद किया और कहा कि आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है. आज नववर्ष पर यहां आना सौभाग्य की बात है. इसके साथ ही उन्होंने एक संदेश भी लिखा.
पीएम मोदी ने अपने संदेश में लिखा, परम पूज्यनीय डॉ हेडगेवार और गोलवलकर की स्मृति को शत शत नमन. उनकी स्मृति को संजोने इस मंदिर में आकर अभिभूत हूं. भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन शक्ति के मूल्यों को समर्पित ये स्थली हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए उर्जा पुंज है. हमारे प्रयासों से मां भारती का गौरव सदा बढ़ता रहे.
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का पहला दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने स्मृति मंदिर में आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और इसके दूसरे सरसंघचालक एम एस गोलवलकर को पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, संघ के पूर्व महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे. मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार इस स्मारक का दौरा किया है.
2 strong pillars of the Sangh – मोदी ऐसे समय स्मृति मंदिर पहुंचे जब रविवार को संघ का प्रतिपदा कार्यक्रम है जो हिंदू नववर्ष की शुरुआत के उपलक्ष्य में गुड़ी पड़वा के अवसर पर मनाया जाता है. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने 27 अगस्त 2000 को डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा किया था. उस समय वह प्रधानमंत्री थे.