मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के जनजातीय समाज के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में जनजातीय समुदाय के लिए निर्धारित कोटे का समुचित लाभ उन्हें दिलाया जाए.
इसके लिए उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाए मुख्यमंत्री ने जनजाति परंपरा संस्कृति और शिल्प के संरक्षण के लिए नियोजित कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिए. सीएम बुधवार को जनजातीय समाज के कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों को उसकी समीक्षा कर रहे थे जनजातीय विकास विभाग के प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश जनजाति के संपदा से समृद्ध है यहां अनुसूचित जनजाति के लोगों की कुल आबादी 1134000 है जो अरुणाचल प्रदेश गोवा हिमाचल सिक्किम केरल तमिलनाडु उत्तराखंड अंडमान निकोबार की जनजातीय आबादी से अधिक है.
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अकेले सोनभद्र जिले में अनुसूचित जनजाति समाज के करीब 400000 लोग हैं इस तबके के लोगों को आवास शिक्षा स्वास्थ्य पेयजल शासन की सभी लोग कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर हाल में दिलाया जाए सीएम ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग और जनजाति विकास विभाग मिलकर इस समाज के बच्चों का दाखिला स्कूल में सुनिश्चित करें युवाओं को उनकी रूचि और प्रतिभा के अनुरूप कैरियर के चुनाव में मदद करें।
लखनऊ में जल्दी स्थापित होगा जनजाति संग्रहालय
सीएम ने कहा कि फारूक अंसारी राजी भूटिया गोंड धुरिया खरवार सहरिया बैगा चेरो भैया सहित सभी जनजातियों की समृद्ध संस्कृति सांस्कृतिक परंपरा है प्रदेश सरकार इसे संरक्षित कर रही है अन्य लोग भी इस समृद्धि से परिचित हो सकें इसके लिए शीघ्र ही राजधानी लखनऊ में एक भव्य जनजातीय संग्रहालय बनाया जाएगा संग्रहालय में प्रदेश के जनजातीय समूहों की कला संस्कृति और जीवन उपयोगी सिर्फ चित्रों रहन-सहन व रीति-रिवाजों का चित्र मूर्त और स्थापित से दर्शाया जाएगा साथ ही उनकी बनाई कलाकृतियां उनके खान-पान रहन-सहन और जीवन शैली को प्रदर्शित किया जाएगा इसके साथ ही सीएम योगी ने जनजाति महोत्सव के आयोजन के भी निर्देश दिए हैं.