अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आंतरिक कमेटी ने एक प्रस्ताव पास कर भारत सरकार की तरफ से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350 साला शहीदी शताब्दी मौके बंदी सिखों की रिहाई की मांग की है। इसके साथ ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड विश्वविद्यालय में ‘श्री गुरु तेग बहादुर साहिब चेयर’ स्थापित करने (on occasion of shaheedi shatabdi) को मंजूरी देने के साथ-साथ कई अन्य अहम फैसले भी लिए गए।

एस.जी.पी.सी. अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 2019 में मनाए गए 550वें प्रकाशोत्सव मौके भारत सरकार ने कुछ सिंहों की रिहाई व भाई बलवंत सिंह राजोआना की सजा तबदीली का नोटिफिकेशन किया था, जिसे आज तक लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350 साला शहीदी शताब्दी एक एतिहासिक मौका है, जिस पर भारत सरकार को अपने द्वारा लिए गए फैसले को तुरंत लागू करना चाहिए। यह मानवधिकार की रखवाली के लिए शहादत देने वाले गुरु साहिब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि गुरु साहिबान के संदेशों, उपदेशों व प्रेरणा की मार्गदर्शन में शिरोमणि कमेटी हमेशा मानव हितकारी कार्यों के लिए प्रयासरत रही है और इसी दिशा में गुरु नानक अस्पताल में मरीजों और जरूरतमंदों के लिए लंगर सेवा का प्रबंध करने का फैसला लिया गया है। यह सेवा श्री गुरु रामदास जी लंगर से प्रतिदिन सुबह और शाम को भेजी जाएगी।

on occasion of shaheedi shatabdi – उन्होंने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350 साला शहीदी शताब्दी को समर्पित श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड विश्वविद्यालय श्री फतेहगढ़ साहिब में ‘श्री गुरु तेग बहादुर साहिब चेयर’ स्थापित करने को भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और विश्वविद्यालय द्वारा प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे शीघ्र ही कार्यशील कर दिया जाएगा। इसमें नौवें पातशाह के जीवन, यात्राओं और शहादत बारे मौलिक एवं खोज कार्य करने के साथ-साथ गुरु साहिब की पावन गुरबाणी बारे दार्शनिक अध्ययन का काम किया जाएगा।

  

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