दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताए जाने के बाद त्रिनगर से विधायक जितेंद्र सिंह तोमर का टिकट काट दिया है| बता दें कि जितेंद्र सिंह तोमर का टिकट उनकी फर्जी डिग्री विवाद के कारण काटा गया है|उनकी जगह उनकी धर्म पत्नी प्रीती तोमर को टिकट दिया गया है|नामाकंन के आखिरी दिन आज मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने जितेंद्र तोमर का टिकट दिया है| तोमर की जगह उनकी पत्नी प्रीती तोमर ने आज अपना नामाकंन पत्र दाखिल किया है|
दिल्ली हाईकोर्ट ने डिग्री को बताया था फर्जी
बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने फर्जी डिग्री के कारण जितेंद्र सिंह तोमर के 2015 के विधानसभा चुनाव को रद्द कर दिया था| इसके बावजूद भी आम आदमी पार्टी ने फिर से जितेंद्र सिंह तोमर को त्रिनगर विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है|वहीं तोमर को उम्मीदवार बनाते हुए भाजपा के नेता केजरीवाल पर ज्यादा हमलावर हो गए| इसके खिलाफ सोमवार को ही बीजेपी चुनाव आयोग पहुंची थी|
इससे पहले सोमवार को दिल्ली भाजपा ने त्रिनगर विधानसभा से आप प्रत्याशी जितेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी| भाजपा की तरफ से शिकायत में दायर याचिका में कहा गया है, कि दिल्ली हाई कोर्ट ने जितेंद्र सिंह तोमर की डिग्री को फर्जी पाया गया था| लेकिन आम आदमी पार्टी ने फिर से त्रिनगर से जितेंद्र सिंह तोमर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है|
तोमर को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा
जितेंद्र सिंह तोमर 2015 में त्रिनगर से आम आदमी पार्टी के विधायक चुने गए थे| इस बार भी आम आदमी पार्टी ने उन्हें त्रिनगर सीट से ही मैदान में उतारा था| केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रहे जितेंद्र तोमर को 2016 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था| उन पर आरोप था कि उनकी डिग्री फेक है| फर्जी डिग्री विवाद बढ़ने पर 2015 में तोमर को मंत्री पद से तब इस्तीफा देना पड़ा था| बाद में वह जमानत पर रिहा हो गए थे|
जितेंद्र तोमर पर 2015 के चुनाव में नामांकन दाखिल करते समय जाली प्रमाणपत्र पेश करने का भी आरोप है| जांच के दौरान तोमर ने कथित तौर पर पुलिस को बताया था| उनके भाई ने उन्हें फर्जी डिग्री प्राप्त करने में मदद की थी|
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