कश्मीरी पंडितों को लेकर जारी घमासान के बीच एक दूसरे पर छींटाकशी की जा रही है,इसी पर आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार कश्मीरी विस्थापित अध्यापकों की नौकरी पक्की कर रही थी, लेकिन एलजी और गृह मंत्रालय इसके पक्ष में नहीं थे।दिल्ली कैबिनेट ने कश्मीरी विस्थापित अध्यापकों को रेगुलराइज करने का फैसला लिया था। इसके बाद उपराज्यपाल ने आदेश दिया कि यह सर्विस मैटर है, इस पर दिल्ली की आप (AAP) सरकार का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल में भाजपा ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास का विरोध किया है।

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AAP – आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कश्मीरी विस्थापितों की समस्या को दिल्ली की चुनी सरकार ने सुलझाया और इनको नियमित किया। भाजपा ने गवर्नमेंट टीचर्स एसोसिएशन की फेक प्रेस विज्ञप्ति दिलीप भान के नाम से जारी की। असली एसोसिएशन कह रही है कि जो प्रेस रिलीज भाजपा वाले लेकर घूम रहे हैं, वह नकली है। हमारी एसोसिएशन में दिलीप भान नाम का कोई व्यक्ति नहीं है।

दिल्ली सरकार ने 2017 में हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग दी कि हम कश्मीरी विस्थापित अध्यापकों को रेगुलराइज करने के लिए पॉलिसी ला रहे हैं, इसका एलजी ने विरोध किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भाजपा शासित निगम ने अपने कश्मीरी विस्थापित अध्यापकों को आज तक एरियर नहीं दिया है।

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दिल्ली विधानसभा में उप राज्यपाल के एक पुराने आदेश को लेकर मंगलवार को पक्ष-विपक्ष के विधायकों में तकरार हो गई। हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के दो विधायकों को मार्शल के जरिए सदन से बाहर करवा दिया।

विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि दिल्ली के उप राज्यपाल के आदेश का हवाला देते हुए विभिन्न विभागों ने सदन के सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि उप राज्यपाल के आदेश ने विभागों का हौसला बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आज भी पांच से छह सवालों के जवाब नहीं दिए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस मुद्दे पर स्वतंत्र तौर पर विधानसभा का सत्र आयोजित किया जाना चाहिए कि आखिर सदन में विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब क्यों नहीं दिए जा रहे हैं।

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इस दौरान भाजपा विधायक अपनी सीट पर खड़े होकर विरोध जताने लगे। सत्ता पक्ष के विधायकों की ओर से भी विरोध जताया जाने लगा। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के विधायकों को अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा। नहीं बैठने पर भाजपा विधायक बिजेन्द्र गुप्ता और ओम प्रकाश शर्मा को मार्शलों के जरिए बाहर करवा दिया गया।

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