लगातार दूसरी बार एस जयशंकर भारत के विदेश मंत्री बन गए हैं। आज यानी 11 जून को उन्होंने अपना पदभार संभाल लिया है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर विदेश मंत्रालय का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जाना बेहद सम्मान की बात है। पिछले कार्यकाल में इस मंत्रालय ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही पदभार संभालते ही उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के साथ रिश्तों पर टिप्पणी की है।
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दोनों देशों के साथ रिश्ते हैं अलग
पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के साथ रिश्तों पर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि जहां तक पाकिस्तान और चीन का सवाल है, उन देशों के साथ संबंध अलग-अलग हैं और वहां की समस्याएं भी अलग-अलग हैं। हमारा जोर चीन के साथ सीमा विवाद का समाधान निकालने पर है। वहीं, पाकिस्तान को लेकर भारत की नीति बिल्कुल स्पष्ट है। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है तब तक दोनों देशों के रिश्ते अच्छे नहीं हो सकते।
बता दें कि जयशंकर 2019 से भारत के विदेश मंत्री हैं। वहीं, इसस पहले जयशंकर 2015 से 2018 तक भारत के विदेश सचिव के पद पर भी कार्यरत थे। गौरतलब है कि वह विदेश मंत्री की भूमिका संभालने वाले पहले विदेश सचिव भी बने।