राजा रघुवंशी मर्डर केस की जांच में जिस तरह से खुलासे हो रहे हैं, वो काफी चौंकाने वाले हैं. मर्डर की प्लानिंग, फिर भागने की स्क्रिप्टिंग ऐसे लिखी गई, जैसे कोई पेशेवर क्रिमिनल ने इसे तैयार किया हो. कब, (Sonam’s plan failed from this trick) कहां, क्या करना है… ये सब पहले से तय था. कैसे भागना है, भागकर कहां जाना है… ये भी इसी प्लान का हिस्सा था.
हालांकि शिलांग पुलिस ने इस केस की तह तक जाने के लिए पूरी जान लगा दी थी. सूत्र बताते हैं कि सोनम के मिलने से पहले ही कॉल डिटेल्स के आधार पर शिलांग पुलिस ने उसके प्रेमी राज कुशवाह को रात 11 बजे गिरफ्तार कर लिया था, जबकि सोनम रविवार रात एक बजे गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में स्थित ढाबे पर पहुंची थी. फिर तीन बजे गाजीपुर पुलिस उसे अपने साथ ले गई.
राज और सोनम का क्या था प्लान?
सोनम और राज का प्लान था कि राजा रघुवंशी के मर्डर केस में उनका कोई हाथ नहीं है. राज ने ही सोनम के साथ मिलकर लूट का झूठा प्लान तैयार किया. राज ने सोनम से कहा कि तुम पहले शिलांग से इंदौर आओगी. फिर यूपी के गाजीपुर जाओगी. वहां किसी भी व्यक्ति को बदहवास हालत में मिलोगी. तुम्हें देखकर उसको लगना चाहिए कि तुम्हारे साथ कोई बड़ी घटना हुई है.
पहले प्रेमी राज फिर सोनम हुई गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक, अपने पति राजा की हत्या के बाद सोनम शिलांग से इंदौर आई थी. यहां उसने अपने प्रेमी राज से संपर्क किया और जैसे ही मोबाइल ऑन हुआ, शिलांग पुलिस एक्टिव हो गई. कॉल डिटेल और सर्विलांस की मदद से पुलिस राज कुशवाहा तक पहुंच गई. हालांकि तब तक सोनम गाजीपुर पहुंच चुकी थी. रात को 11 बजे पुलिस (Sonam’s plan failed from this trick) ने पहले उसके प्रेमी राज कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया. फिर सोनम के पकड़े जाने के बाद दोनों का वीडियो कॉल पर आमना-सामना करवाया गया.