भोपाल : राजधानी भोपाल में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां OBC वर्ग की महिला ने SC वर्ग के व्यक्ति से विवाह किया और उसके सरनेम का सहारा लेकर SC वर्ग के लिए आरक्षित पंचायत से चुनाव जीत सरपंच बन गई। जबकि उसके पिता OBC वर्ग से हैं और उनका OBC वर्ग के लोगों के लिए बनाया जाने वाला जाति प्रमाण पत्र है जिससे वो परिवार के कई बच्चों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिला चुके हैं। अब इस मामले (OBC woman married SC boy) की कलेक्टर और ज़िला पंचायत सीईओ से शिकायत की गई है।
दरअसल बैरसिया जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत रुनाहा SC वर्ग की महिला के लिए आरक्षित थी। इस पर द्रौपदी लोधी पत्नी कमल सिलावट ने 2022 हुए पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ा और वह चुनाव जीत गई। हालांकि द्रौपदी लोधी की जाति को लेकर शुरू से ही स्थानीय ग्रामीण को संदेह था कि यह ओबीसी वर्ग से हैं लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण किसी ने कही भी शिकायत नहीं की। वहीं अब द्रौपदी लोधी के पिता मदनलाल लोधी का OBC वर्ग के लिए बना जाति प्रमाण पत्र सामने आया है जिसमें उनकी जाति अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) दर्ज है। इससे साफ लग रहा है कि अगर पिता OBC वर्ग से हैं तो उनकी पुत्री SC वर्ग से कैसे हो सकती है। इसको लेकर ग्रामीण ने कलेक्टर भोपाल और ज़िला पंचायत सीईओ से शिकायत की है।
OBC woman married SC boy – शिकायतकर्ताओं का कहना है कि SC वर्ग के लोगों का हक मारा जा रहा है। जो पंचायत SC वर्ग के लिए आरक्षित है उस पर OBC वर्ग की महिला कैसे सरपंच बन सकती है। वहीं सूत्रों के अनुसार सरपंच के OBC वर्ग का होने की जानकारी सामने आने के बाद अब सभी पंच मिलकर सरपंच के ख़िलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं।