बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने कहा कि अब नीतीश कुमार पर तरस आ रही है. तेजस्वी यादव ने यह बातें (now open the ashram nitish kumar) बुधवार को बिहार विधान परिषद में सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बीच हुई नोकझोंक के बाद मीडिया से बातें करते हुए कही.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमको नीतीश जी पर तरस और दया आती है. वह इस पड़ाव पर पहुंच गए हैं कि हम लोगों को कामना करना पड़ रहा है कि भगवान उनके स्वास्थ्य को ठीक रखें.
उन्होंने कहा कि बार-बार इस तरह का बोली सदन में और हरकत. यह सब दिखाता है कि वह नॉर्मल नहीं हैं. मुझे लगता है कि नीतीश कुमार को खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए. लगातार घटनाएं हो रही हैं.
लालू को सीएम बनाने के नीतीश के बयान पर हमला
तेजस्वी ने कहा कि वह कहते हैं कि लालू प्रसाद को उन्होंने बनाया था, जबकि लालू प्रसाद से उनकी कोई तुलना नहीं है. हमारे पिता 1977 में ही एमपी बन गए थे, जबकि मुख्यमंत्री 1985 में पहली बार चुनाव जीते थे. मुख्यमंत्री एमएलए का चुनाव हरनौत से हारे थे, जबकि हमारे पिताजी 1977 में ही सांसद बन गए थे.
now open the ashram nitish kumar – उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बनने से पहले ही हमारे पिता सांसद और एमपी रहे हैं. हमारे पिताजी ने कितने प्रधानमंत्री को बनाया है? तेजस्वी ने नीतीश कुमार को दो बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया है. यह इतनी डरपोक मुख्यमंत्री हैं कि सरकार बदलती है तो इस्तीफा देते हैं. किसी को हटाते नहीं हैं.
तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी बिहार के सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. उन्होंने कहा कि उन्होेंने समर्थन पत्र दिया, फिर वे सीएम पद की शपथ ले पाए थे. वास्तव में नीतीश कुमार के दिन अब लद चुके हैं. इनको आश्रम खोल करके प्रवचन करना चाहिए.
बिहार चलाने योग्य नहीं हैं नीतीश कुमार
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि अब बिहार चलाने के योग्य हैं. मुख्यमंत्री के पद की गरिमा होती है. यह संवैधानिक पद है. 14 करोड़ लोगों के भविष्य उनके हाथ में है. यह कैसे चला रहे हैं? स्थिति ठीक नहीं लग रही है.
उन्होंने दरभंगा की मेयर के बयान पर कहा कि देश में होली, दिवाली, रमजान, ईद सब मनाना चाहिए. सबको मिलजुल करके त्योहार मनाना चाहिए. खुशी बांटने से बढ़ती है. हम सब भाई-भाई हैं.