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Madhya Pradesh के जूट के झूले और झोले की चीन में बढ़ी मांग, होगा निर्यात

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Madhya Pradesh के जूट के झूले और झोले की चीन में बढ़ी मांग, होगा निर्यात

Madhya Pradesh : अब तक आपने चीनी माल को भारत में आयात होते हुए खूब सुना होगा, लेकिन आत्मनिर्भर भारत निर्यात के क्षेत्र में अपनी नई पहचान बना रहा है। इस बात की तस्दीक करते हैं Madhya Pradesh के बने जूट के झूले और झोले जो चीन में काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। 

तमाम राज्यों से चीन जाने वाले सामान में अब मध्‍य प्रदेश में बनी शिल्प सामग्री भी जुड़ गई है। चीन में मध्य प्रदेश के झूलों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इस वर्ष हस्तशिल्प विकास निगम कम से कम 50 लाख के जूट उत्पादों का निर्यात करेगा। इसी के साथ अन्‍य उत्‍पादों को भी इससे जोड़ दिया जाए तो कला प्रेमियों के दिए ऑर्डर पर करोड़ों रुपयों की कला सामग्री इस नए साल में राज्‍य से चीन जाएगी। 

Madhya Pradesh

उज्जैन तथा महेश्वर में डिजाइन स्टूडियो की स्थापना

खास बात यह है कि Madhya Pradesh हस्तशिल्प विकास निगम द्वारा नवीन इन्वेंटरी सॉफ्टवेयर विकसित कर ग्राहकों की रुचि एवं शिल्पियों के डिजाइनों के मध्य समन्वय की पहल की गई है। उज्जैन तथा महेश्वर में डिजाइन स्टूडियो की स्थापना भी हुई है। इन केंद्रों में अत्याधुनिक उपकरण और उन्नत सॉफ्टवेयर के कम्प्यूटर स्थापित किये जा रहे हैं, जिससे शिल्पी और बुनकर अपने उत्पादनों को ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर उनका ई-विक्रय कर पाएं।  इन्‍हीं नवाचारों का परिणाम है कि चीन जिससे कई अन्‍य मशीन और मैकेनिकल उपकरण, प्लास्टिक सामान, लोहा एवं इस्पात की वस्तुऐं, फर्नीचर, उर्वरक, वाहनों के कलपुर्जे, खिलौने, खेलकूद का सामान, सिरामिक उत्पाद और रसायन आदि सामग्री खरीदते हैं, वह आज मध्‍य प्रदेश के कला हुनर की बारीकियों को कला के विभिन्न रूपों में खरीदने के लिए आतुर है। 

‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की आत्मा ‘वोकल फार लोकल’ 

प्रदेश की कला संस्‍कृति एवं कलाकारों को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है ”कोरोना के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, परन्तु प्रदेश में कला और कलाकारों को पूरा संरक्षण दिया जा रहा है और इनका निरंतर संवर्धन जारी है।” मुख्यमंत्री यह भी कहते हैं कि प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर Madhya Pradesh कला और संस्कृति का खजाना है। प्रदेश की जनजातीय कला एवं संस्कृति हमारी अमूल्य धरोहर है। इसी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज का कहना है कि ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की आत्मा ‘वोकल फार लोकल’ में निहित है। आत्मा की इस आवाज पर ही स्थानीय शिल्प कला, संस्कृति में प्रदेश की पुरा-सम्पदा और हुनर को शामिल कर प्रदेश के आर्थिक विकास की नींव को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है।

चीन में जूट झूले की बढ़ रही मांग

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर का कहना है, “प्रदेश में निर्मित कला वस्‍तुओं एवं अन्‍य सामग्री को लेकर उम्‍मीद कर सकते हैं कि आनेवाले दिनों में विदेशों से इनकी भारी मांग सामने आनेवाली है।” पिछले साल चीन ने अकेले 12 लाख रूपये के जूट झूले मंगवाए थे। इस साल अब तक सवा 12 लाख रुपये की कीमत के जूट झूले निर्यात करने का ऑर्डर आ चुका है।

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