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12 वीं के बाद जर्नलिज्म कोर्स में अपना करियर बनाएं

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12 वीं के बाद जर्नलिज्म कोर्स में अपना करियर बनाये


12वीं के बाद हर स्टूडेंट को यही टेंशन होती है की कौन सा कोर्स करें| इसके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है,जर्नलिज्म यानी मास कम्यूनिकेशन समय के साथ काफी बदल चुका है|

नई-नई तकनीकों के कारण अब जर्नलिज्म के कई प्लेटफॉर्म देखने को मिल रहे हैं| प्रिंट, रेडियो और टीवी के बाद जर्नलिज्म का भविष्य वेब पर आ गया है|

अगर आप की दिलचस्पी समाचार, दुनिया में घट रही घटनाओं और लिखने में है तो आप इस फील्ड में आ सकते हैं| आज हम आपको इस कोर्स के बारे मे बतायेंगे|

जर्नलिज्म में करियर बनाने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है| यह कोर्स बहुत रुचिकर है| 12वीं के बाद आप चाहें तो डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकते हैं|

भारत के कई बड़े कॉलेजों में डिग्री लेवल पर मास मीडिया की पढ़ाई होती है| अगर आप ग्रेजुएशन के बाद जर्नलिज्म की पढ़ाई करना चाहते हैं तो यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा|

ग्रेजुएशन के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन कर सकते हैं| वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप सीधे पीएचडी या एमफील भी कर सकते हैं|

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जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन के प्रमुख कोर्स

बैचलर डिग्री इन मास कम्यूनिकेशन
मास्टर डिग्री इन मास कम्यूनिकेशन
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन
एमए इन जर्नलिज्म
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
डिग्री/डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड पब्लिक रिलेशन
पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया

जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई के प्रमुख संस्थान

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय
एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म
मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन
दिल्ली यूनिवर्सिटी,
सेंट्रल यूनिवर्सिटी

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मास कम्यूनिकेशन के फील्ड

रेडियो: प्राइवेट एफएम चैनल के आने से इस क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर उत्पन्न हुए है| अब हर बड़े शहर में आपको कई रेडियो चैनल सुनने को मिल जाएंगे| रेडियो के तीसरा फेज आने से इस फिल्ड में कई जॉब उपलब्ध हुए है|

प्रिंट मीडिया: यह जर्नलिज्म का सबसे पुराना फील्ड है जो भारत में अभी भी लोकप्रिय है| देश के कई भाषाओं में प्रिंट जर्नलिज्म के मौके उपलब्ध हैं| पूरे देश में लगभग 70 हजार समाचार पत्र और मैगजीन कई भाषाओं में प्रकाशित होते है| आप मैगजीन या अखबार किसी के लिए भी काम कर सकते है|

वेब मीडिया: इंटरनेट और स्मार्टफोन ने पत्रकारिता का अंदाज ही बदल कर रख दिया है वेब मीडिया ने आम आदमी को प्लेटफॉर्म दिया है| हर साल सैकड़ो न्यज पोर्टल खुल रहे है जिनमें जॉब्स के कई मौके उपलब्ध है|

इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म पत्रकारिता को अक्षरों की दुनिया से निकालकर विजुअल की दुनिया में ले आया| ऑडियो, वीडियो, टीवी, रेडियो के माध्यम से यह दूर-दराज के क्षेत्र में भी लोकप्रिय होने लगा| टीवी सैटेलाइट, केबल सर्विस और नई तकनीकों के माध्यम से पत्रकारिता का यह सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है|

जर्नलिज्म के फील्ड में करियर बनाने के लिए कुछ जरूरी बातें

आपका मानसिक रूप से मजबूत होना यानी किसी भी परिस्थिति में खुद पर विश्वास करके काम पर ध्यान देना| जर्नलिस्ट होने के लिए बेहतरीन कम्यूनिकेशन स्किल्स होना बहुत जरुरी है साथ ही समाचारों से खुद को अपडेट रखना खास बात है|

जर्नलिज्म का सबसे बड़ा नियम है, आपके विचारों में निष्पक्षता होनी चाहिए, कोई भी चीज कहने से पहले आपके पास उसके प्रूफ होने चाहिए| समय का बद्ध होना चाहिए|

पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद आपको यहां मिलेगा जॉब का अवसर :आपको न्यूज एजेंसी, न्यूज वेबसाइट, प्रोडक्शन हाउस, प्राइवेट और सरकारी न्यूज चैनल, प्रसार भारती, पब्लिकेशन डिजाइन, फिल्म मेकिंग में नौकरी के अवसर मिलते हैं|

पत्रकार के रूप में आपको फील्ड और डेस्क दोनों पर काम करना पड़ सकता है| फील्ड वर्क में रिपोर्टर और रिसर्च डिपार्टमेंट का काम होता है|

फील्ड वर्क के काम में वे लोग ज्यादा अच्छा कर सकते हैं जिन्हें सोसाइटी की समझ है| एक रिपोर्टर का प्रमुख काम होता है प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाना, इंटरव्यू लेना, किसी घटना की जानकारी इकट्ठा करना|

अगर आपकी दिलचस्पी फोटोग्राफी में है तो आपको फील्ड में कैमरामैन का काम मिल सकता है| कैमरामैन का काम सिर्फ फोटो खींचना नहीं होता है बल्कि ऐसे फोटो लाना होता है जो न्यूज के साथ मिल सके|

वहीं, डेस्क पर न्यूज राइटिंग, एडिटिंग का काम मिलता है, इसके लिए आपके पास भाषा ज्ञान होना आवश्यक है|

Image Source : Google