अरब सागर में उठा तूफान ‘महा’ गुजरात के लिए खतरनाक साबित हो सकता है| मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस तूफान ने अपनी दिशा बदल ली है और आगे गुजरात की तरफ बढ़ चुका है| जिसका असर आज से ही दिखना शुरू हो जाएगा|
बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव के साथ-साथ दादर एवं नगर हवेली के कुछ हिस्सों में छह और सात नवंबर तक आंधी के साथ भारी बारिश हो सकती है| तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी जिसे देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है|
इसे भी पढे़ं:परीक्षा में अच्छे अंक लाने के सबसे बेहतरीन उपाय
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इमरजेंसी सेंटर की समीक्षा के बाद कहा कि ” चक्रवात धीमा पड़ रहा है, प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं| आर्मी व वायूसेना को भी स्टेंड बाय रखा गया है| गुजरात की ओर बढ़ रहा ‘महा’ चक्रवात 7 नवंबर को सुबह दीव व पोरबंदर के बीच समुद्री तट से टकरा सकता है|
तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की 32 टीमें तैनात की गई है, जबकि 17 टीमें अन्य राज्यों से बुलाई गई है| मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मौसम में बदलाव तथा गीर सोमनाथ, वडोदरा, अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, भावनगर, अमरेली, बोटाद आदि शहरों में भारी वर्षा हो सकती है| चक्रवात पोरबंदर से 680 किमी की दूरी पर है तथा 7 नवंबर तक गुजरात के तट तक पहुंचेगा|
इसे भी पढ़ें:फेमस पेरिस टूरिस्ट स्पॉट्स: पेरिस प्रसिद्धि के 5 कारण
सेना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वायुसेना ने 10 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हैं, नौसेना ने गजराज जहाज सहित तीन जहाज मदद के लिए बुला लिए गए हैं| सेना की कुछ टुकडि़यों को भी राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है|
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, तूफान ‘महा’ के खतरों को देखते हुए नौसेना ने भी कमर कस ली है| जारी बयान में बताया है कि पश्चिमी नौसेना कमान के जहाज राहत सामग्रियों के साथ-साथ राहत कार्यों के लिए भी तैयार हो गए हैं| यही नहीं गुजरात नेवल एरिया की नौसेना इकाइयाँ भी इमरजेंसी रिस्पांस टीमों के साथ मुस्तैद हैं|
बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में तूफान ‘महा’ के खतरे के मद्देनजर मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की| बैठक में हालात की समीक्षा की| इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के प्रधानसचिव और प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य सलाहकार मौजूद थे|
मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, तूफान से दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्ट्र के इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश शुरू होने के आसार हैं| लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाकी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है|
इसे भी पढ़ें: दिल्ली प्रदूषण:- क्या हम सोच रहे है?
पूर्वी तटों आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक मौसम शुष्क रहेगा| तेलंगाना में भी बारिश की संभावना कम है लेकिन तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल के कई स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है| बताया तो यह गया है कि तूफान धीरे हो रहा है और गुजरात को ज़्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा| लेकिन फिर भी खुद से सावधानी ज़रूर बरते और सुरक्षित रहे|
Image source :www.jagran.com/