Chhath Puja 2023: वैसे तो छठ का महापर्व पूरे देश में मनाया जाता है. लेकिन युपी-बिहार में इस महापर्व को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. वहीं, चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुआज आज से हो चुकी है. इस त्योहार की शुरुआत नहाय खाय से होती है और चौथे दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के साथ इसका समापन होता है.
नहाय खाय से होती है महापर्व की शुरुआत
भी कहा जाता है. वहीं, सप्तमी तिथि के दिन इस महापर्व का समापन होता है. माना जाता है कि महिलाएं संतान सुख, उसकी लंबी उम्र और उज्जवल भविष्य की कामना के साथ निर्जला व्रत रखती है. नहाय खाय का अर्थ है स्नान करके भोजन करना. आज के दिन कद्दू-भात यानी चावल खाने का विशेष महत्व होता है.
नहाय खाय का महत्व और नियम
मान्यता है कि इस महापर्व की शुरुआत दीवाली के चौथे दिन यानी कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को होती है. इस दिन नहाय खाए की परंपरा निभाई जाती है. इसके साथ ही जो आज के दिन व्रत रखते हैं वो नदी या तालाब में स्नान कर कच्चे चावल भात ग्रहण कर व्रत की शुरूआत करते हैं.
Chhath Puja 2023 – माना जात है कि नहाय खाय के दिन व्रती पूरे घर की सफाई करनी चाहिए .साथ ही व्रती को सिर्फ एक ही बार भोजन ग्रहण करना चाहिए.
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