ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर के पांच सेक्टरों में वेंडर मार्केट (Vendor Market) बनाएगा। इसके लिए जगह और डिजाइन को फाइनल कर दिया गया है। इन सेक्टरों में 215 क्योस्क बनाए जाएंगे। इसके निर्माण में 1.61 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेंडर प्रक्रिया शुरू कराई गई है। 10 मार्च के बाद इसमें और तेज आएगी। वेंडर मार्केट बनने से सेक्टर में एक ही जगह रेहड़ी पटरी खड़े हो सकेंगे।
शहर में रेहड़ी पटरी वाले जगह-जगह बेतरतीब तरीके से खड़े हो जाते हैं। इसके चलते कई जगह जाम की स्थिति बन जाती है। इससे शहर की खूबसूरती भी खराब होती है। इन सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वेंडर मार्केट बनाने का फैसला किया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहले चरण में 5 सेक्टरों में वेंडर मार्केट बनाएगा।
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इसके लिए जगह और डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया गया है। इन वेंडर जोन में छोटे-छोटे क्योस्क बनाए जाएंगे, जहां से ग्रेनोवासी दैनिक जरूरतों का सामान खरीद सकेंगे। इनको बनाने में करीब 1.61 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आचार संहिता लगने से पहले टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी। 10 मार्च के बाद इस काम में और तेजी आने की उम्मीद है।
ग्राहकों को मिलेंगी ये सुविधाएं
Vendor Market – वेंडर मार्केट में कई तरह की सुविधाएं दी जाएंगी ताकि यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। यहां पर बेंच लगाई जाएंगी। ताकि यहां आने वाले लोग आराम कर सकें। शौचालय और पार्किंग स्थल भी बनाए जाएंगे। इसके बन जाने से ग्रेटर नोएडा की सड़कों और ग्रीन बेल्ट के किनारे खड़ी रेहड़ी-पटरी से निजात मिल जाएगी।शहर में रेहड़ी-पटरी वालों को यहां क्योस्क आवंटित किए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए सर्वे भी कराया है। ताकि रेहड़ी पटरी वालों को ही इसमें जगह दी जा सके। इससे उनका व्यापार निर्बाध रूप से चलता रहेगा।
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यह लाभ रहेगा
-शहर में जगह-जगह रेहड़ी पटरी वाले नहीं खड़े हो पाएंगे।
-सेक्टर में एक ही जगह रेहड़ी पटरी खड़ी होने से लोगों को सामान खरीदने में आसानी रहेगी। -बेतरतीब खड़े होने वाले -रेहड़ी पटरी से लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।
-रेहड़ी पटरी वालों को भी इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा, उन्हें नियमित रूप से जगह मिल सकेगी।
-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।