नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस पर राजयसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरपयोग करने का आरोप लगाया। सत्ता पक्ष से सवाल किया कि जब संसद सत्र चल रहा है तो ईडी मुझे पूछताछ के लिए समन कैसे भेज सकती है? दरअसल, गुरुवार को ईडी ने हेराल्ड दफ्तर में छापेमारी के दौरान खड़गे को पेश होने के लिए समन जारी किया था। खड़गे उसी का विरोध कर रहे थे। उन्हें संसद में पीयूष गोयल ने जवाब दिया (Piyush Goel On Khadge) कि कांग्रेस शासन में ऐसा होता होगा, लेकिन भाजपा के शासन में केंद्रीय एजेंसियां अपना कर्तव्य निभा रही हैं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सदन में तीखी बहस देखने को मिली।
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इससे पहले राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत सरकारी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मुद्दे पर विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के नोटिस को खारिज किया। जिसके बाद कांग्रेस ने सदन में जमकर हंगामा किया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि जब संसद सत्र चल रहा है तो वे मुझे कैसे बुला सकते हैं? उन्होंने राज्यसभा में कहा कि गुरुवार को ईडी ने उन्हें पेश होने के लिए समन जारी किया। दरअसल, ईडी ने उन्हें न्यूज आउटलेट नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेराल्ड दफ्तर पहुंचने के लिए समन जारी किया था। खड़गे ने कहा कि वो पीछे नहीं हटेंगे और जरूर पहुंचेंगे।
Piyush Goel On Khadge – खड़गे के आरोपों पर सत्तारूढ़ भाजपा से, सदन के नेता पीयूष गोयल ने जवाब दिया। उन्होंने दावा किया, “सरकार किसी भी कानून प्रवर्तन एजेंसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करती है।” उन्होंने कहा, “शायद उनके (कांग्रेस) शासन में, ऐसा हुआ करता था,” उन्होंने कहा, “अब, अगर कोई कुछ भी गलत करता है, तो एजेंसियां अपना कर्तव्य निभाएंगी।” इस दौरान संसद में दोनों नेताओं की बीच काफी नोंक-झोंक हुई। इससे पहले वेल पर पहुंचकर कांग्रेसी सांसदों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया और प्रदर्शन किया।
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कल दिल्ली के हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन लिमिटेड – एसोसिएटेड जर्नल्स की मालिक फर्म, जो आउटलेट चलाती है के कार्यालयों को सील किया। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि हैं और सीलिंग की जानी थी क्योंकि वह वहां नहीं थे। इसलिए उन्हें पेश होने के लिए समन भेजा गया है।