लखनऊ : CM योगी आदित्यनाथ ने अपने नए विजन और कार्यप्रणाली के साथ सारे मंत्रियों को जिलों का दौरा करने को कह दिया है। इसके जरिए भावी कार्ययोजना के साथ सरकार जनता के द्वार (Janata Ke Dwar) पहुंचेगी। आगामी विधानसभा सत्र से पहले ही मंत्रियों को प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा करना होगा।मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में 18 मंत्रियों के समूह बना कर उनके तीन दिन के भ्रमण के लिए मंडल तय कर दिए हैं।
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Janata Ke Dwar – उपमुख्यमंत्री की टीम में एक-एक राज्यमंत्री रखा गया है। शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी। हर टीम को एक जिले में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। शेष मंत्री गणों को सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए।
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सीएम ने कहा कि मंत्री समूह मंडलीय भ्रमण के दौरान एक समीक्षा बैठक करेगा। इसमें अलावा पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करें। जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य करें। सीधा जनता से संवाद करें। किसी एक विकास खंड तहसील का औचक निरीक्षण करें। दलित बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम रखें।मुख्यमंत्री ने कहा है कि भ्रमण के बाद मंत्रियों रिपोर्ट के आधार पर राज्य की नीति का निर्धारण किया जाएगा। इसी के आधार पर हर जिले के लिए अलग-अलग मॉडल डिस्ट्रिक्ट प्लान भी बनाया जाएगा। हर जिले की अपनी-अपनी समस्या है, जरूरी है कि पहले उनका अध्ययन हो।
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दूसरे राज्यों व देशों के दौरे पर जाने वाले मंत्री या अधिकारी वापस लौटने पर अपने अनुभवों व नई जानकारियों के बारे में कैबिनेट के समक्ष अपनी प्रस्तुति देगा। सभी मंत्रियों को सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से लखनऊ में रहना होगा। शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र प्रभार के जिलों में जनता के बीच रहें।